UP के सरकारी शेल्टर होम की 2 नाबालिग लड़कियां गर्भवती, 1 को एड्स और 57 निकलीं कोरोना पॉजिटिव

संरक्षण गृह की इन लड़कियों के कोरोना के अलावा एचआईवी और हेपेटाइटिस सी संक्रमित होने की वजह से खतरा बढ़ गया है, जिसके चलते उन्हें विशेष व्यवस्थाओं के बीच रखा गया है...

Update: 2020-06-21 15:49 GMT

कानपुर से मनीष दुबे की रिपोर्ट

जनज्वार। उत्तर प्रदेश में कानपुर स्थित बाल संरक्षण गृह (kanpur govt shelter home) में 2 लड़कियों के गर्भवती होने और उनमें से 1 को एड्स की पुष्टि होने से प्रशासन सकते हैं। इसके अलावा यहां की 57 लड़कियां कोरोना पॉजिटिव भी पायी गयी हैं।

जानकारी के मुताबिक यूपी के कानपुर में स्वरूप नगर स्थित सरकारी बालिका संरक्षण गृह की 17 वर्षीय दो नाबालिग लड़कियां गर्भवती पाई गई हैं। दोनों नाबालिग लड़कियों में एक आठ महीने की तो दूसरी साढ़े आठ महीने के गर्भ से है। शुक्रवार 19 जून को कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद शनिवार 20 जून को उन्हें मंधना स्थित रामा मेडिकल कॉलेज भेजा गया था, मगर बाद में उनके गर्भवती होने की जानकारी मिलने पर उन्हें वापस जच्चा-बच्चा रेफर कर दिया गया था।

जच्चा-बच्चा अस्पताल में जांच होने पर एक नाबालिग लड़की की रिपोर्ट एचआईवी पॉजिटिव तो दूसरी को हेपेटाइटिस सी का संक्रमण है। दोनों युवतियां संरक्षण गृह कब आईं और कब से गर्भवती हैं, इस बात की जानकारी प्रशासन में किसी को भी नहीं है। संरक्षण गृह की इन लड़कियों को कोरोना के अलावा एचआईवी और हेपेटाइटिस सी संक्रमित होने की वजह से खतरा बढ़ गया है, जिसके चलते उन्हें विशेष व्यवस्थाओं के बीच रखा गया है।


दोनों युवतियों की जांच के बाद डॉक्टरों ने पहले प्रसव संबंधी लक्षण नहीं पाए थे, जिससे उनका कोविड संबंधी इलाज शुरू कर दिया गया। इन दोनों नाबालिग लड़कियों के कोरोना समेत एचआईवी व हेपेटाइटिस संक्रमित होने से स्वास्थ्य महकमे में अब हड़कम्प मचने सी स्थिति बनी हुई है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि कोरोना पॉजिटिव के अलावा गर्भवती और उस पर भी एचआईवी पॉजिटिव और हेपेटाइटिस सी से जूझ रहीं दोनों युवतियां झारखंड व बिहार की रहने वाली हैं।

इस मामले में जिला प्रोबेशन अधिकारी अजीत कुमार कहते हैं, अब तक 57 कोरोना संक्रमित मिलने से सरकारी शेल्टर होम और राजकीय बालिका गृह को सील कर दिया गया है। अभी तक दोनों युवतियों का ब्यौरा नहीं मिल पाया है। बालिका संरक्षण गृह की अधीक्षक समेत अन्य महिलाओं/युवतियों को पनकी स्थित केडीए के फ्लैटों में क्वारंटीन रखा गया है। उनसे जुड़े सभी दस्तावेज संरक्षण गृह में ही रखे हुए हैं।

सीएमओ डॉक्टर अशोक कुमार शुक्ला ने जनज्वार से हुई बातचीत में कहा कि 'पहले उन्हें इस बात जानकारी नहीं थी। मगर लोग जानकारी के लिए उन्हें ही फोन करके जानकारी ले रहे हैं। यह इन दोनों के कागजों में पता चल सकेगा, फिलहाल शेल्टर होम और बालिका गृह दोनों ही सील हैं। देखने पर ही जानकारी मिल सकेगी कि दोनों लड़कियां यहां 8 दिन पहले आईं या 18 दिन पहले। इसके अलावा वह इस बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं करा पायेंगे। 

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