कानपुर : सिक्योरिटी कंपनी ने नौकरी के नाम पर युवकों को लगाया चूना, डायरेक्टर व MD पर ठगी का आरोप- देखें तस्वीरें
Kanpur News: आरोप है कि इस सिक्योरिटी एजेंसी ने युवकों से नौकरी के नाम पर प्रति व्यक्ति 55-55 सौ रुपये की धनउगाही की, लेकिन 2 से तीन महीनों तक काम लेने के बाद पगार किसी को नहीं दी गई...
Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर से जालसाजी (Fraud) का बड़ा मामला सामने आया है। यहां के साउथ स्थित बर्रा इलाके में चलने वाली प्रियंका सिक्योरिटी सर्विस (PSS) में युवकों से नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी की गई। मामला प्रकाश में तब आया जब कुछ पीड़ितों ने व्यापार मंडल (Vyapar Mandal) के कार्यालय में जाकर शिकायत की। आरोप है कि इस सिक्योरिटी एजेंसी ने युवकों से नौकरी के नाम पर प्रति व्यक्ति 55-55 सौ रुपये की धनउगाही की, लेकिन 2 से तीन महीनों तक काम लेने के बाद पगार किसी को नहीं दी गई।
पीड़ितों ने पुलिस को दी गई अपनी तहरीर में बताया कि प्रियंका सिक्योरिटी सर्विस (PSS) के डायरेक्टर व खुद को जनरल मैनेजर बताने वाले संतोष सिंह ने युवकों से रुपये लिए हैं। जबकि जिनपर आरोप है वह इन आरोपों को खारिज कर रहे हैं। इसके बाद पीड़ितों और शोषकों का पुलिस की मौजूदगी में आमना-सामना कराया गया। जालसाजी की पुष्टि हुई।
मौके पर जमा तकरीबन 20 की संख्या में पीड़ितों ने अपनी आपबीती बताई। कुनाल नामक युवक ने बताया कि उसने खुद सहित 4 अन्य युवकों को यहां नौकरी के लिए 25 हजार से अधिक रुपये जमा किये हैं। जालसाजों ने इन युवकों को कानपुर मेट्रो में गार्ड की नौकरी देने का प्रलोभन दिया था। साथ ही सभी को अलग-अलग मदों में तबख्वा देने की बात तय हुई थी।
कुनाल के साथ मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि गोरखपुर से लेकर घाटमपुर तक 60 से अधिक युवकों को ठगा गया है। जिनमें 40 के लगभग लड़कियां भी हैं। उन सभी से यह रुपया खुद को GM बताने वाले संतोष सिंह ने ली है। युवकों के पास मौजूद लिस्ट नौकरी के नाम पर की गई टप्पेबाजी की कहानी भी साफ-साफ बताती है।
सभी पीड़ित युवक लगभग 4 घंटे तक थाने में कथित रूप से धरना दिए रहे। बताया जा रहा है कि एक भाजपा विधायक (BJP-MLA) ने मामले में मध्यस्थ की भूमिका निभाई है। जिसके बाद दोनों पार्टियों से एक कागज पर हस्ताक्षर लेकर 3 से 4 दिन का समय दिया गया है। सिक्योरिटी एजेंसी ने सभी पीड़ितों को उनका फंसा रुपया लौटाने की बात कही है।
बर्रा व्यापार मंडल के अध्यक्ष नितिन अग्निहोत्री ने जनज्वार को बताया कि, 'कुछ युवकों ने आकर उनसे PSS नाम की एक सिक्योरिटी एजेंसी की शिकायत की थी। जिसके बाद उन्होंने सभी साक्ष्य इकट्ठा किए। पुलिस में शिकायत दी गई। लेकिन आरोपियों ने सभी युवकों का पैसा लौटाने की बात कही है। 3 से 4 दिन का समय देकर सभी को वापस करवा दिया गया है।