Kanpur Crime News: 6 दिन में दो वकीलों की गोली मारकर हत्या से शहर में कोहराम, मर्डर की मिस्ट्री खंगाल रही पुलिस

पुलिस के मुताबिक शाम लगभग साढ़े 6 बजे राजाराम कचहरी से घर लौटे। सवा सात बजे उनके मोबाइल पर किसी का फोन आया और कहा कि वह कोई कागज देने घर के बाहर आ रहा है...

Update: 2021-12-23 05:56 GMT

(कानपुर में 6 दिन के भीतर दो वकीलों की गोली मारकर हत्या)

Kanpur Crime News: यूपी के कानपुर स्थित गंगा नगर हाउसिंग सोसाइटी में आईआईटी (IIT) के डिप्टी रजिस्ट्रार व अधिवक्ता (Advocate) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। देर रात दो बाइक सवारों ने घर के बाहर गोली मारकर फरार हो गये। घटनास्थल पर पहुँची फॉरेंसिक टीम व डॉग स्क्वॉड छानबीन करती रही। हत्या के पीछे पुलिस जमीन के विवाद की आशंका जता रही है।

जानकारी के मुताबिक शहर के नवाबगंज की गंगानगर हाउसिंग सोसाइटी में रहने वाले 78 वर्षीय अधिवक्ता राजाराम वर्मा आईआईटी से सब रजिस्ट्रार पद पर रिटायर हो चुके थे। बुधवार 22 दिसंबर की देर रात अज्ञात बाइक सवारों ने उन्हें गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। मामले में एनआरआई सिटी के मालिक और वकील के सौतेले भाई राजबहादुर सहित दो अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है।

आईआईटी से रिटायर होने के बाद राजाराम वकालत करने लगे थे। पुलिस के मुताबिक शाम लगभग साढ़े 6 बजे राजाराम कचहरी से घर लौटे। सवा सात बजे उनके मोबाइल पर किसी का फोन आया और कहा कि वह कोई कागज देने घर के बाहर आ रहा है। रात साढ़े आठ बजे राजाराम जब कागज लेने घर से बाहर आए तो बाइक सवार बदमाशों ने गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर परिजन बाहर निकले और तड़प रहे राजाराम को रिजेंसी लेकर पहुँचे जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

जमीन पर कब्जे का चल रहा था मुकदमा 

पुलिस की छानबीन में सामने आया है कि राजाराम का मैनावती मार्ग स्थित एक बड़ी हाउसिंग सोसाइटी के मालिक व बिल्डरों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। आरोप था की इनकी जमीन कब्जा कर ली गई थी। जिसपर कई मुकदमें चल रहे थे। इन मुकदमों में राजाराम खुद पैरवी कर रहे थे। आशंका है कि उसी जमीन के विवाद में हत्या को अंजाम दिया गया है।

राजाराम पर भी दर्ज थे 12 मुकदमें 

हिस्ट्रीशीटर कहे जाने वाले अधिवक्ता राजाराम पर भी एक दर्जन मुकदमें दर्ज थे। जिनमें आमानत में खयानत, धोखाधड़ी, हत्या का प्रयास, छेड़छाड़, दुष्कर्म सहित अन्य मामलों में मुकदमें दर्ज थे। यह सभी मुकदमें नवाबगंज कोतवाली में दर्ज हैं। इसके अलावा नौकरी के लिए भी फर्जी दस्तावेज लगाए थे। जिसके बाद 2013 में तत्कालीन एसएसपी ने निगरानी बंद करा दी थी।

6 दिन के भीतर दो वकीलों की हत्या

कानपुर में 6 दिन के भीतर ही दो वकीलों की गोली मारकर हत्या की जा चुकी है। बीजी शुक्रवार को कचहरी के शताब्दी गेट से निकलते हुए अधिवक्ता गौतम दत्त की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसमें आरोपी भाजपा नेता तरू अग्रवाल जेल गया है। जिसके बाद अब बुधवार को अधिवक्ता राजाराम की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

अधिवक्ता की हत्या के बाद कानपुर कमिश्नर असीम अरूण का कहना है कि, राजाराम के मोबाइल से कुछ अहम सुराग हाथ लगा है। जिसके आधार पर तहकीकात की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज व सर्विलांस की भी मदद ली जा रही है। जल्दी ही वारदात का पर्दाफाश किया जाएगा।

Tags:    

Similar News