KBC 13: दुर्घटना में आंखों की रोशनी चली गई पर हिम्मत नहीं हारी, कौन हैं सीजन की पहली करोड़पति हिमानी बुंदेला

KBC 13 की पहली करोड़पति विजेता हिमानी बुंदेला दृष्टिहीन हैं, जिनके जीवन की कहानी यूं तो फिल्मी लगती है लेकिन दिल को छू लेने वाली है..

Update: 2021-09-01 03:30 GMT

दृष्टिहीन हिमानी बुंदेला KBC 13 की इस सीजन की पहली करोड़पति बनीं हैं (Photo-social media)

जनज्वार। कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों। यह कहावत KBC-13, यानि अमिताभ बच्चन द्वारा होस्ट की जानेवाले टीवी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के 13 वें संस्करण की पहली करोड़पति विजेता हिमानी बुंदेला पर बिल्कुल फिट बैठती है। हिमानी बुंदेला दृष्टिहीन हैं, जिनके जीवन की कहानी यूं तो फिल्मी लगती है लेकिन दिल को छू लेने वाली है।

केबीसी-13 की पहली करोड़पति बनीं दृष्टिहीन हिमानी बुंदेला की अबतक की कहानी में जज्बा है, जीवटता है, संघर्ष है और अंततः सुखांत समापन है। उत्तरप्रदेश की ताजनगरी आगरा की रहने वाली हिमानी ने साल 2011 में एक हादसे में अपनी आंखों की रोशनी खो दी थी।

इस बड़ी व आकस्मिक विपदा के बाद बड़े से बड़े जीवट वाला भी हताश हो जाय लेकिन हिमानी किसी और मिट्टी की बनी थी। इस बड़ी दुर्घटना के बावजूद उन्होंने जिस तरह हार न मानते हुए आगे का सफ़र तय किया, वह अब एक मिसाल बन चुका है।

वैसे हिमानी जब पांच साल की थीं, यानि वह उम्र जब बच्चे खेलने-कूदने को प्राथमिकता देते हैं, उस उम्र में ही हिमानी ने अपना लक्ष्य तय कर लिया था। उसी उम्र से वे "कौन बनेगा करोड़पति" पसंद था और वे इसमें भाग लेना चाहती थीं। अपने दोस्तों के साथ वो अक्सर क्विज खेलती रहती थीं। केबीसी-13 की पहली करोड़पति बनने से पहले उन्होंने कई बार इस शो में भाग लेने के लिए आवेदन किया, मगर वो सेलेक्ट नहीं हो पा रही थीं।

यूं तो आमतौर पर लोग असफलताओं के सामने घुटने टेक देते हैं, हिमानी भी आसानी से निराशा के सागर में डूब सकतीं थीं लेकिन हिमानी ने इन असफलताओं से हार नहीं मानी। वो लगातार कोशिश करती रहीं और अंतत: इस शो के माध्यम से करोड़पति बनने में सफल रहीं।

केबीसी-13 की पहली करोड़पति से अलग हिमानी की एक पहचान यह भी है कि वो पेशे से शिक्षिका हैं। फिलहाल आगरा के केंद्रीय विद्यालय में वो अपनी सेवाएं दे रही हैं और मेंटल मैथ्स की एक्सपर्ट के रूप में मशहूर हैं। मैथ्स पढ़ाने और सिखाने की उनकी ट्रिक्स के सब फैन हैं। यहां तक कि अमिताभ बच्चन भी उनकी तारीफ कर चुके हैं।

अपने पुराने दिनों को याद करते हुए हिमानी बताती हैं कि उनका यहां तक का सफ़र आसान नहीं रहा। उनके माता-पिता और भाई-बहनों ने उन्हें आगे बढ़ने में बहुत मदद की। वहीं हिमानी के पिता विजय सिंह बुंदेला और माता सरोज बुंदेला को अपनी बेटी की कामयाबी पर गर्व है।

अब हिमानी KBC में जीते हुए पैसों से विकलांग छात्रों के लिए एक शिक्षण सुविधा शुरू करना चाहती हैं, ताकि उन्हें पढ़ने का मौका मिल सके।

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