Khargon News : दलित युवती को मंदिर में प्रवेश से रोकने वाले पुजारी को मिली जमानत, समर्थकों के साथ कोर्ट परिसर में मनाया 'शर्मनाक' जश्न

Khargon News : खरगोन में दलित युवती का मंदिर में प्रवेश रोकने वाले पुजारी एससी-एसटी एक्ट में जमानत मिल गई हैं, पुजारी समर्थकों के साथ कोर्ट परिसर में जश्न मनाते दिखा...

Update: 2022-03-06 08:10 GMT

(दलित युवती को मंदिर में प्रवेश करने से रोकने वाले पुजारी को मिली जमानत)

Khargon News : मध्यप्रदेश के खरगोन जिले (Khargon) के टेमला गांव में महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के अवसर पर 1 मार्च 2022 को मंदिर में 31 वर्षीय दलित युवती (Dalit Girl) को प्रवेश करने से रोक दिया गया था। इस मामले में पुलिस ने मंदिर के पुजारी (Khargon Temple Priest) शंकर पुजारी और दो अन्य महिलाओं मंजू पाटीदार व एक अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 505 (2) और एससी-एसटी एक्ट के एफआईआर दर्ज की गई थी। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी की गई थी। अब खबर है कि मंदिर के पुजारी को 48 घंटे के भीतर जमानत मिल गई है। वहीं दूसरी ओर जमानत मिलने के बाद पुजारी के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिसमें वह समर्थकों के साथ शर्मनाक जश्न मनाते हुए नजर आ रहे हैं। 

इस मामले को लेकर आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता डॉक्टर आनंद राय (Dr. Anand Roy) ने अपने ट्वीट में लिखा- टेमला, खरगोन में दलित बहन पूजा को मन्दिर में प्रवेश से रोकने वाले पुजारी को अभियोजन पक्ष की कमजोर जिरह के चलते एट्रोसिटी एक्ट में जमानत मिल गई, मनुवादी उसका जश्न मना रहे है जैसे उसने कोई बहादुरी का काम किया हो, यह सब न्यायालय परिसर में चल रहा है।

वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल ने इस वीडियो को लेकर टिप्पणी की है। उन्होंने डॉ. आनंद राय के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा- योग, आत्मा, परमात्मा, द्वैत, अद्वैत, निगमागम, व्रत, मोक्ष, धर्म, कर्मयोग, ईश्वर, आयुर्वेद….इन सब की आड़ में शुद्ध हिंदू धर्म ये है। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा- ये है असली हिंदू धर्म। बाक़ी सब दिखावा है।

उल्लेखनीय है कि खरगोन में महाशिवरात्रि पर दलित युवती पूजा को महादेव की पूजा करने से रोक दिया गया था। पुजारी ने युवती को मंदिर में नहीं आने दिया था। इस घटना को लेकर जमकर बवाल मचा था। पुजारी के साथ दो महिलाएं भी उसे भीतर नहीं जाने का कहने लगीं। युवती पूजा करने देने की गुहार लगाती रही। संविधान की दुहाई देती रही। पुलिस को बुलाने की भी बात कही। लेकिन उसकी एक नहीं सुनी गई। युवती कहती रही कि संविधान में कहां लिखा है कि यह सिर्फ तुम्हारे भगवान हैं। इस मामले में गुरुवार को युवती के साथ अनुसूचित जाति के लोगो द्वारा एसपी ऑफिस पहुंच विरोध जताया गया था। इसके बाद ही मेनगांव पुलिस द्वारा उक्त पुजारी तथा दो महिलाओं पर केस दर्ज किया था।

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