बदायूं कांड: बलात्कार और हत्यारोपी महंत को गांववालों ने पकड़ा, योगी की जांबाज पुलिस नहीं कर पायी थी गिरफ्तार

महंत फरार था और उसे गिरफ्तार करने के लिए चार टीम गठित की गई थीं, मगर फिर भी पुलिस को मिली थी नाकामी, गांव वालों ने पकड़कर पुलिस को सौंपा...

Update: 2021-01-08 03:10 GMT

जनज्वार। यूपी के बदायूं में हैवानियत की हदें पार करने वाली घटना का मुख्य आरोपी कल 7 जनवरी की देर रात पकड़ा गया है, मगर इस इनामी महंत को पुलिस नहीं बल्कि गांव वालों ने पकड़ा था।

जानकारी के मुताबिक बलात्कार और हत्यारोपी महंत घटनास्थल वाले गांव में ही छिपा हुआ था। गुरुवार 7 जनवरी को पुलिस ने आरोपी महंत पर इनाम बढ़ाकर 50 हजार कर दिया गया था। महंत के पकड़े जाने पर पुलिस कह रही है कि अब वह गांव से निकलने की फिराक में था, मगर इसी दौरान गांववालों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।

रिपोर्ट में कोई लोहे की रॉड या सब्बल गुप्तांग में ठूंसे जाने की बात भी सामने आई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट देख अफसर हैरत में थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद उघैती पुलिस ने धर्मस्थल के महंत सत्यनारायण दास, उसके सहयोगी वेदराम व यशपाल के खिलाफ दुष्कर्म और हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। वेदराम व यशपाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था, जबकि फरार महंत सत्यनारायण दास पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था।

जांच में पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध नजर आयी। पुलिस घटना के 18 घंटे बीत जाने के बाद पीड़िता की लाश के पास पहुंची और उसका पोस्टमार्टम करवाया, जबकि परिवार लगातार जांच के लिए गिड़गिड़ा रहा था और बलात्कार आरोपियों द्वारा लाश घर के सामने फेंके जाने की बात भी कह रहा था, मगर पुलिस का कहना था कि महिला की मौत डूबकर मरने से हुई है।

कल गुरुवार 7 जनवरी की सुबह आईजी के निर्देश पर इस पूरे मामले में लापरवाह इंस्पेक्टर उघैती रहे राघवेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ धारा 166 ए के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। आईजी रेंज राजेश कुमार पांडेय के अनुसार तत्कालीन इंस्पेक्टर के खिलाफ उघैती थाने में 166 ए के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इंस्पेक्टर की लापरवाही सामने आई है। उसे पहले सस्पेंड किया जा चुका है। आरोपी के खिलाफ विभागीय जांच भी कराई जायेगी।

जिलाधिकारी प्रशांत कुमार के मुताबिक बृहस्पतिवार आधी रात को आरोपी महंत सत्य नारायण को उघैती पुलिस थाना क्षेत्र के एक गांव से अरेस्ट किया गया है। वह यहां अपने एक अनुयायी के घर छुपा हुआ था, जहां से उसे गिरफ्तार किया गया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

गौरतलब है कि बीती रविवार 3 जनवरी को बदायूं जिले के उघैती थाना क्षेत्र के एक गांव में मंदिर गयी 50 वर्षीय महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। महिला के परिजन ने मंदिर के महंत सत्य नारायण और उसके दो साथियों पर बलात्कार और हत्या का आरोप लगाया था। इस आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद वेद राम और जसपाल को मंगलवार 5 जनवरी की रात गिरफ्तार कर लिया गया था। महंत फरार था और उसे गिरफ्तार करने के लिए चार टीम गठित की गई थीं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदायूं की वारदात को गंभीरता से लेते हुए बरेली जोन के अपर पुलिस महानिदेशक से रिपोर्ट तलब की थी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जरूरत पड़ने पर मामले की जांच में विशेष कार्य बल की मदद ली जाएए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और मामले की सुनवाई त्वरित अदालत में की जाए।

इससे पहले मामले में लापरवाही बरतने पर तत्कालीन एसएचओ को निलम्बित किया जा चुका है। एसएसपी बदायूं संकल्प शर्मा के मुताबिक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला से बलात्कार की पुष्टि हुई है। जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर यशपाल सिंह ने कहा कि महिला की मौत सदमे और अत्यधिक रक्तस्राव की वजह से हुई है।

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