मोदी समर्थक अनुपम खेर ने पहली बार खोली सरकार के खिलाफ जुबान, कहा इमेज बनाने से ज्‍यादा जरूरी जान बचाना

अनुपम खेर ने कहा, कोविड-19 की दूसरी लहर के बीच देश में जो कुछ हो रहा है, उसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराना जरूरी है...;

Update: 2021-05-13 04:45 GMT
मोदी समर्थक अनुपम खेर ने पहली बार खोली सरकार के खिलाफ जुबान, कहा इमेज बनाने से ज्‍यादा जरूरी जान बचाना
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जनज्वार। मोदी की अति प्रशंसा के कारण अक्सर सोशल मीडिया पर ट्रोल होने वाले अभिनेता एक बार फिर चर्चा में हैं, मगर इस बार कारण मोदी की तारीफ नहीं बल्कि उनकी खिंचाई करना है। अनुपम खेर ने एनडीटीवी को दिये एक इंटरव्‍यू में कहा है कि देश में जो कुछ हो रहा है, उसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराना जरूरी है। सरकार से स्वास्थ्य संकट के प्रबंधन में कहीं न कहीं चूक हुई है।

अनुपम खेर ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा है, सरकार को समझना होगा कि इस वक्‍त इमेज बनाने से ज्‍यादा जान बचाना जरूरी है। आमतौर पर अनुपम खेर प्रधानमंत्री मोदी के प्रशंसक माने जाते हैं और यह पहला मामला है जब उन्‍होंने सार्वजनिक तौर पर सरकार की आलोचना की है।

अनुपम खेर ने 12 मई को एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्‍यू में कहा, 'कोविड-19 की दूसरी लहर के बीच देश में जो कुछ हो रहा है, उसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराना जरूरी है। अधिकारियों की सार्वजनिक आलोचना 'कई मामलों में वैध' है।'

एफटीआईआई के पूर्व अध्‍यक्ष रहे अनुपम खेर ने मोदी सरकार को नसीहत देते हुए कहा, 'सरकार के लिए यह समझना बहुत जरूरी है कि इस समय इमेज बनाने से ज्यादा जरूरी जीवन बचाना है। सरकार से स्वास्थ्य संकट के प्रबंधन में कहीं ना कहीं चूक हुई है, लेकिन इन खामियों का फायदा दूसरे राजनीतिक दलों को भी अपने हक में नहीं उठाना चाहिए।'

सरकार की कोशिश अभी राहत देने की बजाय खुद की इमेज और समझ को बनाने पर ज्‍यादा है? सवाल पर अनुपम खेर बोले, 'सरकार के लिए जरूरी है कि वह इस चुनौती का सामना करे और उन लोगों के लिए कुछ करे जिन्होंने उन्हें चुना है।'

इसके अलावा अनुपम खेर ने गंगा और अन्य नदियों में लगातार मिल रही अज्ञात लाशों पर कहा, 'कई मामलों में आलोचना वैध है। कोई अमानवीय व्यक्ति ही नदियों में बहती लाशों से प्रभावित नहीं होगा। मेरे हिसाब से हमें गुस्सा आना चाहिए। जो हो रहा है, उसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराना जरूरी है।'

गौरतलब है नेशनल अवॉर्ड विनर अनुपम खेर की पत्नी किरण खेर भाजपा से सांसद हैं, ऐसे में उनके मुंह से मोदी सरकार की आलोचना कई लोगों के लिए अप्रत्याशित भी है। लगभग दो हफ्ते पहले खेर ने कोविड कंट्रोल पर सरकार की आलोचना के जवाब के लिए एक ट्वीट पर कमेंट किया था, "आएगा तो मोदी ही" जिसके बाद वह सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए थे। 

500 से अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुके अनुपम खेर कई विदेशी फिल्मों में भी अपनी दमदार भूमिका से अदाकारी की छाप छोड़ चुके हैं। खेर ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) से एक्टिंग का प्रशिक्षण लिया था। भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए अनुपम खेर को 2004 में पद्मश्री और 2016 में कला के क्षेत्र में योगदान के लिए पद्मभूषण सम्मान से नवाजा जा चुका है।

गौरतलब है कि मार्च 2016 में जब असहिष्णुता का मुद्दा गरमाया हुआ था तो अनुपम खेर ने बीजेपी के दो बड़े नेताओं पर वार करते हुए कहा था कि योगी आदित्यनाथ और साध्वी प्राची जैसे लोगों को भाजपा से बाहर कर और जेल में डाल दिया जाना चाहिए। 7 मार्च, 1955 को शिमला में पैदा हुए अनुपम खेर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से एक्टिंग शुरू करते हुए कई टीवी शोज में भी काम कर चुके हैं। खेर सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के चेयरमैन भी रह चुके हैं।

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