MP: अलीराजपुर के बाद धार जिले में आदिवासी युवतियों के साथ बदसलूकी, वीडियो वायरल होने के बाद 7 को पुलिस ने किया गिरफ्तार
मध्य प्रदेश के अलीराजपुर में आदिवासी महिला की बेरहम पिटाई के बाद धार में दो आदिवासी युवतियों की लाठ-डंडे से पिटाई का वीडियो वायरल, फोन करने के नाम पर अपने रिश्तेदारों ने दी तालिबानी सजा
जनज्वार/धार। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के आदिवासी (Adivasi) अंचलों में महिला के साथ बर्बरता के मामले थम नहीं रहे हैं। राज्य के अलीराजपुल जिले में एक 19 साल की आदिवासी महिला की उनके ही परिजनों द्वारा बेरहमी से पिटाई का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि राज्य के धार जिले से मानवता का शर्मसार करता एक वीडियो वायरल (Video Viral) हो रहा है। जिसमें दो आदिवासी युवतियों को कुछ लोग लाठी-डंडे से बुरी तरह से पीट रहे हैं। वीडियो में महिलाओं भी लात-घूंसों से दोनों युवतियों को पिटती नजर आ रही है। इस तरह से क्रूर सजा देनेवाले लोग युवतियों के रिश्तेदार हैं। मामले में पुलिस (MP Police) ने सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
फोन करने की तालिबानी सजा!
बेरहमी से पिटाई करने की ये घटना धार जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर टांडा पुलिस थाना इलाके में पिपलवा गांव में हुई। बताया जाता है कि घटना 22 जून को हुई और सोशल मीडिया पर इसका वीडियो 25 जून के बाद से वायरल हुआ। सोशल मीडिया (Social Media) पर तेजी से वायरल हो रहे इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं, दोनों युवतियों को लात-घूंसे, लाठी-डंडे से पीट रहे हैं। लड़कियों के बाल पकड़कर घसीट कर, पटक कर उन्हें मारा गया। इस दौरान किसी ने भी दोनों की मदद नहीं की।
बताया जाता है कि दोनों आदिवासी युवतियों ने फोन पर अपने चचेरे भाई से बात की थी। महज इतनी सी बात पर खफा परिजनों ने तालिबानी सजा देते हुए दोनों को बुरी तरह से पीटा। घटना के बाद से दोनों पीड़िता काफी डरी-सहमी है।
धार की पुलिस उपाधीक्षक यशस्वी शिंदे ने बताया, ''25 जून को थाना टांडा क्षेत्र के अंतर्गत दो महिलाओं के साथ मारपीट की घटना पुलिस के संज्ञान में आई थी, जिसमें 26 जून को आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई थी। लेकिन जमानती धाराओं में मामला दर्ज था लिहाजा आरोपियों को जमानत मिल गई थी।
आगे उन्होंने बताया कि, 'शनिवार तीन जुलाई को वीडियो दोबारा देख कर रविवार चार जुलाई को मामले में कुछ और धाराएं जोड़ी गई और सभी सातों आरोपियों को आइपीसी की धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।'
वहीं, टांडा पुलिस थाना प्रभारी विजय वासकले ने बताया कि यह घटना 22 जून को हुई थी, दोनों आदिवासी युवतियों की उम्र 19 एवं 20 साल की हैं। उन्होंने कहा कि 25 जून को इसका वीडियो वायरल होने के बाद हमें मामले का पता चला कि इनके परिवार के सदस्यों ने ही इनकी पिटाई की है। लेकिन घटना के बाद युवतियां डरी हुई थी, उनमें से एक को पहले थाने लाकर बयान दर्ज किया गया, फिर कार्रवाई की गयी।
थाना प्रभारी ने जानकारी दी कि इन युवतियों ने पुलिस को बताया कि उनके ममेरे भाई एवं परिवार के अन्य सदस्यों ने उन्हें गांव में एक स्कूल के पास रोका और उनके द्वारा अपने चचेरे भाइयों से फोन पर बातचीत करने पर आपत्ति की और बाद में उनकी लाठी-डंडों से पिटाई कर दी।
अलीराजपुर से सामने आया था ऐसा ही वीडियो
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिले से भी ऐसा ही वीडियो सामने आय़ा था। जहां 28 जून को 19 साल की एक शादीशुदा महिला की उनके भाईयों और पिता ने बुरी तरह से पीटा था। महिला अपने ससुराल से बिना बताये अपने मामा के घर चली गयी थी, जिस पर उसके मायके वालों ने एक पेड़ पर बांध दिया था और डंडों से उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी थी। इस बेरहमी से पिटाई का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ था और उसके बाद इस मामले में पीड़ित महिला की शिकायत पर उसके पिता औऱ तीन भाईयों को आईपीसी (IPC) की धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।