योगी सरकार में दलित महिला प्रधान को बैठने के नाम पर दी गई जमीन, 'तुम्हारी औकात नहीं' कहकर दबंग ने छीनी कुर्सी
महिला ग्राम प्रधान के पति वीरेन्द्र का कहना है कि दबंग ने महिला प्रधान का हाथ पकड़कर कुर्सी से उठाकर नीचे बैठा दिया। साथ ही कहा कि वह कुर्सी पर बैठने के लायक नहीं है....
जनज्वार/महोबा। यूपी के महोबा में योगी अदित्यनानाथ जैसी क्रांतिकारी सरकार के भीतर नवनिर्वाचित दलित महिला प्रधान के साथ ऊंच-नीच और भेदभाव करने का मामला सामने आया है। यहां के एक गांव में ऑनलाइन मीटिंग के दौरान ग्राम प्रधान को कुछ दबंगों ने कुर्सी से यह कहते हुए नीचे उतार दिया कि वो कुर्सी पर बैठने के कतई लायक नहीं है। आरोप है कि इस दौरान दबंगों ने जातिसूचक शब्द भी कहे। जिसके वाद-विवाद हो गया।
जानकारी के मुताबिक मामला महोबा जिले के कबरई ब्लॉक के नथुपूरा गांव का है। यहां की नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान सविता देवी पंचायत भवन में गांव के विकास को लेकर अधिकारियों के साथ पहली ऑनलाइन मीटिंग में शामिल थीं। आरोप है कि इसी दौरान गांव के कुछ दबंग वहां पहुंचे और महिला प्रधान के साथ बदसलूकी की। सूचना पर पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जबकि अन्य अभी फरार हैं।
बातचीत के दौरान महिला ग्राम प्रधान के पति वीरेन्द्र ने बताया कि पंचायत भवन में ऑनलाइन मीटिंग चल रही थी। जिसमें ब्लॉक के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। तभी गांव का रामू नामक शख्स अपने दंबग साथियों के साथ वहां आया और अपनी समस्या बताने लगा। इस पर उसने अपने गांव की शिकायत करने को कहा गया। बताया जा रहा है कि रामू नथुपुरा गांव का निवासी नहीं है।
महिला ग्राम प्रधान के पति वीरेन्द्र का कहना है कि दबंग ने महिला प्रधान का हाथ पकड़कर कुर्सी से उठाकर नीचे बैठा दिया। साथ ही कहा कि वह कुर्सी पर बैठने के लायक नहीं है। इस मामले के बाद वहां तनाव उत्पन्न हो गया। प्रधान पति ने कहा कि गांव में ऐसा भेदभाव उन्हें अंदर से परेशान कर रहा है कि आजादी के इतने साल बाद भी उन्हें समाज में कुर्सी पर बैठने का अधिकार नहीं है।
घटना के बाद गांव समेत पूरे ब्लॉक में हड़कंप सा माहौल है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, बताया जा रहा है। एएसपी आरके गौतम ने बताया कि पूरे मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द की जाएगी