अन्याय-अत्याचार के खिलाफ बहुजन प्रतिरोध की चेतना व भावना में जिंदा हैं फूलन देवी

डॉ. विभांशु मंडल ने कहा कि बहुजन नायिका फूलन देवी हमें स्वाभिमान व आत्मसम्मान के साथ जीने और सम्मानजनक व गरिमापूर्ण जीवन के लिए लड़ने की प्रेरणा देती हैं...

Update: 2021-08-10 18:43 GMT

 ('जिन ताकतों ने फूलन देवी की हत्या की, वे ताकतें आज भी फूलन देवी से डरती हैं')

जनज्वार। भागलपुर जिला के बिहपुर प्रखंड के औलियाबाद में बहुजन समाज के द्वारा पूर्व सांसद शहीद फूलन देवी की 58वीं जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई।

मुख्य अतिथि बहुजन बुद्धिजीवी डॉ.विलक्षण रविदास ने कहा कि फूलन देवी जाति वर्चस्व, पितृसत्ता और राजसत्ता के अन्यायी गठजोड़ के खिलाफ प्रतिवाद और प्रतिरोध की प्रतीक बन चुकी बहुजन नायिका हैं। वे अन्याय-अत्याचार के खिलाफ हमारे प्रतिरोध की चेतना व भावना में जिंदा हैं।

उन्होंने कहा कि 'शिक्षित करो, संगठित करो, आंदोलित करो' के डॉ. अंबेडकर के आह्वान को आत्मसात कर व्यवहार में उतारना होगा। तभी बहुजन समाज के मुक्ति की लड़ाई आगे बढ़ेगी।

अध्यक्षीय संबोधन में डॉ. विभांशु मंडल ने कहा कि बहुजन नायिका फूलन देवी हमें स्वाभिमान व आत्मसम्मान के साथ जीने और सम्मानजनक व गरिमापूर्ण जीवन के लिए लड़ने की प्रेरणा देती हैं।


विशिष्ट अतिथि सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार) के रिंकु यादव ने कहा कि आज के दौर में बहुजन नायिका फूलन देवी की विरासत को आगे बढ़ाने का मतलब है, सामाजिक-आर्थिक-राजनीतिक व्यवस्था के अन्यायी चरित्र को बदलने की संगठित लड़ाई तेज करना! सामाजिक-आर्थिक-राजनीतिक जीवन पर सवर्णों के वर्चस्व को उखाड़ फेंकना होगा। आज के दिन हमें बहुजन समाज के संवैधानिक हक-अधिकार व हिस्सेदारी के ज्वलंत मुद्दे पर लड़ाई को तेज करने का संकल्प लेना होगा।

सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार) के गौतम कुमार प्रीतम ने कहा कि जिन ताकतों ने फूलन देवी की हत्या की, वे ताकतें आज भी फूलन देवी से डरती हैं। यूपी में योगी सरकार ने हाल ही में फूलन देवी की प्रतिमा को लगाने से रोक दिया। फूलन देवी के सम्मान की लड़ाई बहुजन समाज के सम्मान की लड़ाई है। फूलन देवी ने जिन ताकतों से लड़ाई लड़ी,आज वही ताकतें फिर से भाजपा-आरएसएस के नेतृत्व में अपने कमजोर पड़े वर्चस्व को स्थापित कर रही हैं। हमें आज लड़ाई को तेज करने का संकल्प लेना है।

अंजनी ने कहा कि जिन ताकतों से फूलन देवी ने लड़ाई लड़ी,आज वही ताकतें बहुजनों के हक-अधिकार-हिस्सेदारी के खिलाफ हैं,आरक्षण और जाति जनगणना का विरोध कर रहें हैं। भाजपा-आरएसएस द्वारा संचालित मोदी सरकार ब्राह्मणवादी सवर्ण शक्तियों के हित में संविधान व सामाजिक न्याय पर हमला बोल रही है। जाति जनगणना से भाग रही है। जाति जनगणना से बहुजनों के हक-हिस्से पर सवर्णों के कब्जे से पूरी तरह परदा हट जाएगा।


डीपी मोदी, अनिल कुमार दीपक, श्यामनंदन सिंह, शिवनंदन सिंह, नरेश सिंह निषाद,शिवरतन प्रसाद मोदी,भगवान सिंह,दरोगा प्रसाद सिंह, अधिवक्ता संजय सिंह सहित कई ने संबोधित किया।

मौके पर सैकड़ों ग्रामीणों के साथ प्रमुख तौर संजीव कुमार,जनार्दन सिंह,उषा देवी,शांति देवी,रीता देवी,संगीत देवी,समाजिक कार्यकर्ता रविन्द्र कुमार सिंह,बलराम कंचन,बेचन सिंह,ई।अभिषेक कुमार सिंह,बिहारी कुमार सिंह, मो.सोहराब, मो.बबलू, सुजीत कुमार सुमन, जयहिंद कुमार, कृष्ण कुमार सिंह, अभिषेक कुमार, बिट्टू ठाकुर, संतोष कुमार मालाकार, लक्ष्मण कुमार, प्रिंस कुमार, पाण्डव कुमार सहनी, अजय कुमार सिंह, अंकित कुमार सिंह, निखिल कुमार, भानू कुमार पर मौजूद थे।

कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर डॉ. विभांशु मंडल, टीएमबीयू (भागलपुर) के अंबेडकर विचार एवं समाज कार्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.डा. विलक्षण रविदास, सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार) के रिंकु यादव और नरेश सिंह निषाद ने किया। कार्यक्रम का संचालन बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन के अभिषेक आनंद और धन्यवाद ज्ञापन अनुपम आशीष ने किया।

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