Shahjahanpur News : रोटी-नींद सब हराम हो गई थी मजबूरी थी मारता या खुद मरता इसलिए मौत दे दी, सनसनीखेज हत्याकांड का कबूलनामा
Shahjahanpur News : मैं अपनी जिंदगी से पूरी तरह आजिज आ चुका था। इसलिए जेब में तमंचा रखकर कोर्ट के अंदर गया और उसे गोली से उड़ा दिया। मैने जो किया मुझे कोई पछतावा नहीं है...
Shahjahanpur Shootout (जनज्वार) : उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में कोर्ट के अंदर दिनदहाड़े अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह थाना सदर बाजार स्थित तीसरी मंजिल में बने ACJM ऑफिस गए थे। आरोपी ने वकील को पीछे से सिर में गोली मारी। इसके बाद वह तमंचा मौके पर छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने मुख्य आरोपी सुरेश कुमार गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी ने बताया कि मृतक वकील ने उसके खिलाफ 24 मुकदमे दर्ज करा दिए थे। इसलिए परेशान होकर मौत के घाट उतार दिया। वहीं आईजी रमित शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि, सुरक्षा व्यवस्था फेल होने पर कचहरी के गेट नंबर चार पर तैनात एक दरोगा समेत चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
इस तरह हुई वारदात
यह वारदात सोमवार करीब 11:45 मिनट पर हुई। 60 वर्षीय अधिवक्ता भूपेंद्र प्रताप सिंह कोर्ट की तीसरी मंजिल में ACJM ऑफिस की ओर जा रहे थे, तभी तमंचे से उन पर फायर किया गया। गोली सिर के पिछले हिस्से में लगी। गोली लगने के बाद वकील की मौके पर ही मौत हो गई। इधर कोर्ट परिसर में वकील की हत्या के बाद वकीलों ने प्रदर्शन और सड़क पर जाम लगाकर गिरफ्तारी की मांग की। मृतक के बड़े भाई योगेंद्र ने सुरेश कुमार गुप्ता और उनके दो बेटे अंकित और गौरव के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया।
पकड़े जाने पर आरोपी का सनसनीखेज खुलासा
गिरफ्तार होने के बाद हत्यारोपी अधिवक्ता ने पुलिस को बताया कि ,'मृतक वकील ने उसके ऊपर 24 मुकदमे दर्ज करा दिए थे। हर साल दो-तीन मुकदमे दर्ज करा देता था। उसके पास 153 शिकायत रिसीव रखी हुई हैं। रात में नींद नहीं आती थी, खाना नहीं खा पाता था। मेरे पास दो आप्शन थे। खुदकुशी करना या फिर वकील की हत्या करना। मैं अपनी जिंदगी से पूरी तरह आजिज आ चुका था। इसलिए जेब में तमंचा रखकर कोर्ट के अंदर गया और उसे गोली से उड़ा दिया। मैने जो किया मुझे कोई पछतावा नहीं है।'
वारदात हुई बाद में पता चला
जिस वक्त वारदात हुई, उस वक्त ऑफिस में कोई मौजूद नहीं था, इसलिए काफी देर तक किसी को कुछ पता नहीं चल सका। बाद में एक क्लर्क वहां पहुंचा, तो भूपेंद्र सिंह जमीन पर पड़े हुए थे और उनके सिर से खून निकल रहा था। सूचना मिलते ही SP एस आनंद, DM इंद्र विक्रम सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस ने कोर्ट के CCTV फुटेज खंगाले।
पिस्तौल लेकर कोर्ट में कैसे घुसा आरोपी?
कोर्ट परिसर में तमंचे के साथ दाखिल होने पर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस का कहना है कि CCTV फुटेज से स्पष्ट हो सकेगा कि चूक कहां हुई। इससे यह भी पता चल सकेगा कि आरोपी बाहर का है या कोर्ट परिसर का ही है। उसका कितने दिनों से यहां आना-जाना था, इसकी भी जांच की जा रही है। बाद फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉयड को बुलाया गया। घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए गए। तमंचे से फिंगर प्रिंट भी ले लिए गए। तीसरी मंजिल में आने-जाने वाले लोगों के फुट प्रिंट पर फोकस किया गया।