बरेली में लोहा चोरी के शक में मजदूर मुस्लिम युवक को पेड़ पर बांध भीड़ ने बेरहमी से पीटा, 2 घंटे में हुई मौत

मृतक युवक की मां रूआंसी होकर कहती है, उसे मजे लेने के लिए भीड़ ने बेरहमी से पीटा, मेरे बेटे की जान ले ली जा​लिम भीड़ ने, हमें इंसाफ चाहिए, चोरी का झूठा आरोप लगाकर मेरे बेटे की जान ले ली इन लोगों ने...

Update: 2020-09-06 06:14 GMT

बासिद कहता रहा कि उसने नहीं की है चोरी, मगर भीड़ के सर पर था उसे मारने का भूत सवार

बरेली। उत्तर प्रदेश के आंवला में चोरी के संदेह में एक 32 वर्षीय व्यक्ति को पेड़ से बांध कर कथित तौर पर भीड़ द्वारा बेरहमी से पिटाई की गई।

मीडिया में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार 4 सितंबर को हमलावरों में से कुछ लोग इसमें बस मजे लेने के लिए शामिल हो गए और पीड़ित के साथ मोबाइल कैमरों के लिए पोज दिए, जबकि बासिद खान को बेरहमी से पीटा जा रहा था।

बाद में पता चला कि बासिद एक शराबी था, लेकिन चोर नहीं था। बासिद को पुलिस के हवाले कर दिया गया जिसने उसे रिहा कर दिया क्योंकि कोई भी उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए आगे नहीं आया।

उसका परिवार उसकी हालत को देखते हुए उसे अस्पताल ले गया, जहां अगले दिन यानी शनिवार 5 सितंबर को आंतरिक रक्तस्राव से उसकी मौत हो गई।

मुस्लिम युवक की मौत के बाद किसी तनाव की आशंका में इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

बासिद की मां बोली मजे लेने के लिये हत्यारों ने बेरहमी से ले ली मेरे बच्चे की जान

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) शैलेश पांडे इस मामले में कहते हैं, "मुझे एक वीडियो मिला है जिसमें बासिद एक पेड़ से बंधा हुआ दिखाई दे रहा है और स्थानीय लोग उसकी पिटाई कर रहे थे। हम घटना के वीडियो के जरिए आरोपियों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। बासिद के शरीर पर चोटों के निशान नहीं है। मौत के कारण का पता लगाने के लिए डॉक्टरों के एक पैनल द्वारा पोस्टमार्टम किया जाएगा।"

वहीं बासिद की मां ने कहा, "लोग मेरे बेटे को 'मजे' के लिए पीट रहे थे। पुलिस उसे रिक्शा से घर छोड़ गई और बासिद बहुत दर्द में था। हम उसे अस्पताल ले गए, वहां उसकी मौत हो गई।'

वह रूआंसी होकर आगे कहती है, उसे मजे लेने के लिए भीड़ ने बेरहमी से पीटा, मेरे बेटे की जान ले ली जा​लिम भीड़ ने। चोरी का झूठा आरोप लगाकर मेरे बेटे की जान ले ली इन लोगों ने।"

जानकारी के मुताबिक आंवला के मोहल्ला किला तेली वाली गली निवासी गौस मोहम्मद का बेटा वासिद टेंट पर मजदूरी करता था। शुक्रवार 4 सितंबर की सुबह 11 बजे वह एक ई-रिक्शे पर लोहे का गेट रखकर ले जा रहा था। उसने नलकूप कालोनी के गेट के समीप एक पानी की मोटर रखी देखी तो उसे उठा लिया। कालोनी के अन्य लोगों ने दौड़कर उसके रिक्शे को पकड़ लिया। इसके बाद मोटर चोरी की बात कहकर उसे पेड़ से बांधकर जमकर पीटा।

बाद में पुलिस को बुलाकर युवक को उनके हवाले कर दिया। 112 पुलिसकर्मी उसे थाने ले गए। नशेड़ी जैसी हालत देखते हुये आंवला पुलिस ने उसे छोड़ दिया। परिवार वालों का कहना है कि पुलिसकर्मी उसे गंभीर हालत में घर छोड़ गये। उसी दिन शाम चार बजे उसकी मौत हो गई। मौत की सूचना पर आक्रोशित लोगों ने जमकर हंगामा किया। पुलिस ने एक वीडियो के आधार पर दो युवकों को हिरासत में भी लिया है। मृतक के भाई नासिर की ओर से आंवला थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।  

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