थाने में शिकायत लेकर पहुंची दुष्कर्म पीड़िता की नहीं हुई सुनवाई तो कर ली आत्महत्या, पुलिस पर परिवार ने लगाये गंभीर आरोप

परिजनों का आरोप है कि इस घटना में पुलिस की आपराधिक भूमिका की वजह से पीड़िता की जान गई। किसी दबाव में पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की, क्योंकि दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने कहा था कि कहीं भी जाओ उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा....

Update: 2023-08-01 12:26 GMT

आत्महत्या करने वाली युवती के परिजनों से मिलती टीम

आजमगढ़, कप्तानगंजI आजमगढ़ के गौरा गांव में थाने में सुनवाई न होने चलते दुष्कर्म की शिकार नाबालिग लड़की की आत्महत्या के बाद परिजनों से रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव और पूर्वांचल किसान यूनियन महासचिव वीरेंद्र यादव ने मुलाकात की।

किसान नेताओं के प्रतिनिधि मंडल से मृतिका के परिजनों ने बताया कि दुष्कर्म और थाने में सुनवाई न होने इंसाफ न मिलने के चलते पीड़िता ने जान दे दी। परिजनों ने बताया कि दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने जान से मारने की धमकी देते हुए कहा था कि कहीं भी जाओ उनका कुछ नहीं बिगड़ने वाला, जिसके बाद पीड़िता के साथ थाने गए तो सुबह आने को कहकर एफआईआर दर्ज नहीं की गयी। सुबह के तीन बजे जब लड़की की मां ने दरवाजा खटखटाया तो आवाज नहीं आई, दरवाजा तोड़कर जब अंदर गए तो बच्ची फंदे से लटकी थी। परिजनों का आरोप है कि अगर एफआईआर दर्ज कर ली गई होती तो बच्ची की जान नहीं गई होती।

किसान नेताओं ने कहा कि परिजनों का आरोप है कि इस घटना में पुलिस की आपराधिक भूमिका की वजह से पीड़िता की जान गई। किसी दबाव में पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की, क्योंकि दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने कहा था कि कहीं भी जाओ उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा।

इस घटना में दुष्कर्म करने वालों के साथ ही पुलिस भी दोषी है। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हो कि किस कारण घटना के बाद पीड़िता की एफआईआर दर्ज नहीं की गई। इस मामले के दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त करवाई होनी चाहिए। किसान नेताओं के प्रतिनिधि मंडल में राजीव यादव, वीरेंद्र यादव, अधिवक्ता विनोद यादव, अवधेश यादव, नंदलाल यादव, बलराम यादव शामिल थे।

जानकारी के मुताबिक गौरा गांव की 17 वर्षीया युवती शनिवार 29 जुलाई की रात को लगभग 8 बजे जब शौच के लिए घर से कुछ ही दूर गयी थी तो गांव के ही दो लड़कों ने उसे रोक लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया। जब बहुत समय तक लड़की वापस घर नहीं लौटी तो परिजन खोजने पहुंचे। आरोप है कि युवती का दुष्कर्म करते हुए लड़की के भाई ने खुद आंखों से देखा और शोर मचाने पर आरोपी फरार हो गये।

इस घटना के बाद जब परिजन आरोपी के घर शिकायत लेकर पहुंचे तो घरवालों ने पीड़िता के परिवार को ही धमकाते हुए भगा दिया था। फिर पीड़ित परिवार थाने में शिकायत लेकर पहुंचा तो वहां भी एफआईआर दर्ज नहीं की गयी। मीडिया को दिये बयान में लड़की के भाई ने कहा किथाने पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई और मौके पर मौजूद चार पुलिसकर्मियों ने उससे सुबह नौ बजे शिकायत लेकर आने को कहकर घर लौटा दिया था।

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