इस आदमी ने कौव्वे की ज़िन्दगी बचाने को मंगा ली नगर पालिका की लिफ्ट
यह अजीबोगरीब किस्सा देहरादून के डोईवाला इलाके में हुआ। जहां हरिद्वार रोड पर गोवर्धन बालापुरी मन्दिर परिसर में खड़े एक पीपल के पेड़ पर कोई पतंग आ गिरी......
देहरादून। जब लोग तड़पते इंसान को देख उसे असहाय छोड़कर आगे बढ़ जाते हैं, तब ऐसे में कोई पेड़ पर लटके तड़पते हुए कौव्वे की ज़िंदगी बचाने के लिए नगर पालिका से लिफ्ट मंगा ले तो हैरान होना स्वभाविक है। उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून में ऐसा ही एक हैरान करने वाला वाक्या हुआ। जहां इस शख्स ने कौव्वे की खातिर न केवल नगर पालिका की लिफ्ट मंगा ली। बल्कि ठीक होने तक घायल कौव्वे को अपने घर में रख लिया।
यह अजीबोगरीब किस्सा देहरादून के डोईवाला इलाके में हुआ। जहां हरिद्वार रोड पर गोवर्धन बालापुरी मन्दिर परिसर में खड़े एक पीपल के पेड़ पर कोई पतंग आ गिरी। दो दिन पहले पतंग के इस चाइनीज मांझे में एक कौव्वा उलझ गया। कौव्वा मांझे से जितना निकलने का प्रयास करता, उतना और अधिक उसके पंख मांझे में फंसता चले जाते। थक-हारकर कौव्वा अपनी जान बचाने के लिए चीत्कार करने लगा। दो दिन तक कौव्वा इसी हालात में मांझे से उलझा लटके हुए कांव-कांव करता रहा। लेकिन पेड़ की ऊंचाई अधिक होने पर कोई उसकी मदद नहीं कर पाया।
इसी दौरान नगर पालिका डोईवाला में कार्यरत रजनीश पंवार जब पूजा करने मंदिर आये तो कौव्वे की हालत देख उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता और पक्षी प्रेमी भारत भूषण कौशल पेले से सम्पर्क किया। भारत के मौके पर आने के बाद कौव्वे को पेड़ से उतारने के लिए नगर पालिका से लिफ्ट मंगवाई गई। लेकिन लिफ्ट भी इतनी ऊंचाई तक नहीं पहुंच पाई। जिसके बाद स्थानीय लड़कों की मदद से डोरे की लग्गी (लंगड़) बनाकर उन्हें हवा में उछालकर मांझे को काटने का प्रयास किया गया।
काफी देर के इस प्रयास में मांझा कटा तो पेड़ से गिरते कौव्वे को हवा में ही लपककर कैच किया गया। बुरी तरह जख्मी कौव्वे के पंखों में लिपटे मांझे को कैंची से काटकर उसे पशु चिकित्सालय ले जाया गया। जहां वेटनरी डॉ. विशन कुमार ने कौव्वे का इलाज कर उसे पेनकिलर इंजेक्शन दिए। फिलहाल जख्मी हालत में कौव्वे को भारत भूषण के घर में ही रखकर दाना-पानी दिया जा रहा है। स्वस्थ होकर उड़ने लायक होते ही उसे खुले आसमान में उड़ने के लिए छोड़ दिया जाएगा।