2 बच्चों की जिंदगी रौशन करने वाली गीतिका जोशी की श्रद्धांजलि सभा रामनगर में आयोजित, नन्हीं बेटियों ने मां की याद में सुनायीं दिल को छू लेने वाली कवितायें

गीतिका जोशी और उनके पति मुकेश जोशी तथा उनके परिजनों ने दुख के इस कठिन समय में आंखें दान करने जैसा साहसिक निर्णय लिया, उनके इस कदम से समाज में दूसरे लोगों को भी निश्चित तौर पर अंगदान की प्रेरणा मिलेगी...

Update: 2023-02-11 14:24 GMT

Ramnagar News : पिछले माह 25 जनवरी को लंबी बीमारी के बाद स्वर्गवासी हुईं गीतिका जोशी दो बच्चों की जिंदगी रोशन कर गयी थीं। गीतिका जोशी को साइंस फॉर सोसायटी द्वारा आज 11 फरवरी को एक सभा का आयोजन करके श्रद्धांजलि दी गई।

श्रद्धांजलि कार्यक्रम गीतिका जोशी के निवास स्थान शांतिकुंज में किया गया। गीतिका जोशी पिछले दो साल से किडनी की बीमारी से ग्रसित थी और पिछली 25 जनवरी 2023 को ऋषिकेश एम्स में उनकी मृत्यु हो गई। मृत्यु उपरांत डॉक्टरों ने उनका कार्निया सही पाया तो उन्होंने गीतिका के परिजनों से आग्रह किया कि दो बच्चों की आंखें नहीं हैं और उन्हें कार्निया की जरूरत है, अगर आप सहमत हो तो उनको जीवन ज्योति मिल जायेगी। डॉक्टरों की बात से गीतिका के पति मुकेश जोशी ने सहमति व्यक्त करते हुए गीतिका की आंखें दान कर दीं।

मौत के बाद भी दो बच्चों की जिंदगी में उजाला भर गयी रामनगर की गीतिका, लंबे समय से थीं बीमार

शांतिकुंज में संपन्न हुए श्रद्धांजलि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सोसायटी के संयोजक मदन मेहता ने कहा कि आज भी हमारे देश में अंगदान, आंखें दान करने को लेकर बहुत ही पिछड़ापन है। देश में लगभग 48 लाख लोग बिल्कुल अंधे हैं और आंखें दान करके समाज उन्हें एक नई रोशनी दे सकता है।

वहीं उषा पटवाल ने कहा कि आंखें दान, अंगदान, रक्तदान व देहदान को हमारे स्कूलों की शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। सभी अस्पतालों में आंखें दान व अंगदान की सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए।

गिरीश आर्य ने कहा कि समाज गीतिका जोशी और उनके पति मुकेश जोशी तथा उनके परिजनों का आभारी है कि उन्होंने दुख के इस कठिन समय में आंखें दान करने जैसा साहसिक निर्णय लिया। उनके इस कदम से समाज में दूसरे लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी।

श्रद्धांजलि सभा में प्रभात ध्यानी, रुचि गिरी, मुनीष कुमार, सत्य प्रकाश शर्मा, पुष्कर दुर्गापाल, ललिता रावत आदि ने विचार व्यक्त किए। गीतिका जोशी की पुत्री नंदिता व नीति ने अपनी मां को याद करते हुए दिल को छू लेने वाली कविताएं सुनाई। कार्यक्रम में जया जोशी, सुधा शर्मा, हेमंत जोशी हेम आर्या, महेश जोशी, आनंद नेगी सुरेश लाल समेत बड़ी संख्या में लोगों ने भागीदारी की।

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