जहानाबाद में पुलिस की पिटाई से ढाई वर्षीय बच्ची फूलमंती की मौत, गर्भवती दलित मां और अन्य महिला जेल में बंद

Jahanabad news : जिस महिला बसंती देवी की बच्ची फूलमंती पुलिसिया जुल्म की शिकार हुई, वह गर्भवती है। उसके पहले से 3 बच्चे थे, जिसमें से एक फूलमंती की मौत हो चुकी है...

Update: 2023-10-25 12:02 GMT

Jahanabad news : बिहार के जहानाबाद में पुलिस द्वारा बुरी तरह पीटे जाने के बाद ढाई साल की बच्ची फूलमंती की मौत हो गयी। जानकारी के मुताबिक जहानाबाद के हुलासगंज प्रखंड के दुर्गापुर गांव में पुलिस द्वारा दलित जाति से ताल्लुक रखने वाली बसंती देवी नाम की महिला की बर्बर पिटाई की गयी, इसी दौरान उसके साथ मौजूद उसकी ढाई वर्षीय बेटी फूलमंती कुमारी को भी गहरी चोट लगी, फिर 22 अक्टूबर 2023 को उसकी मौत हो गई।

इस घटना की भाकपा माले ने कड़ी भर्त्सना करते हुए पुलिसिया बर्बरता के खिलाफ 27 अक्टूबर को जिला के स्तर पर विरोध का ऐलान किया है। इसी क्रम में भाकपा माले द्वारा आज 25 अक्टूबर को पुलिसिया दरिंदगी की शिकार हुई बच्ची फूलमंती कुमारी को श्रद्धांजलि दी गई।

जहानाबाद के हुलासगंज प्रखंड के दुर्गापुर गांव में पुलिसिया हिंसा की इस जघन्य वारदात की कड़ी निंदा करते हुए भाकपा माले ने दोषी पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल का कहना है, हम बिहार सरकार से मांग करते हैं कि शराबबंदी की आड़ में आबकारी विभाग और पुलिस द्वारा गरीबों और महादलितों पर किए जा रहे जुल्म पर अविलंब रोक लगाए।

गौरतलब है कि पुलिसिया ज्यादती की इस घटना की जानकारी मिलते ही भाकपा माले की एक उच्च स्तरीय जांच टीम ने जिले के हुलासगंज प्रखंड के दुर्गापुर का गांव दौरा किया और पूरे मामले की गहन जांच की थी।

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जांच दल में माले जहानाबाद जिला सचिव रामाधार सिंह, प्रखंड सचिव प्रभात कुमार, किसान महासभा के चितरंजन पासवान, खेग्रामस जिला सह सचिव अवधेश पंडित, एपवा नेत्री चिंता देवी, मुखिया ओम प्रकाश सुमन, रामा पासवान, दीपक चंद्रवशी, पूर्व मुखिया रमेश शर्मा आदि शामिल थे।

जाँच दल ने ग्राउंड जीरो से लौटकर बताया कि, 20 अक्टूबर 2023 की सुबह लगभग 5 बजे हुलासगंज थाने की 8 गाड़ियां पुलिस के साथ आबकारी विभाग के अधिकारी दुर्गापुर गांव पहुंची थीं। गाड़ी से उतरते ही पुलिस ने सोनफूला देवी, पति रामबली मांझी, जो अपने मोबाइल से छतियाना गांव में रह रही अपनी बेटी से बात कर रही थी, की पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान अन्य पुलिसकर्मियों ने पूरे गांव को घेर लिया।

जानकारी के मुताबिक इसी दौरान बसंती देवी (पति-बिहारी मांझी) अपनी गोद में ढाई साल की फूलमंती कुमारी को तथा मीना देवी (पति - रंजीत मांझी) गोद मे ढाई साल का बच्चा लिए गांव की एक दुकान से घर पहुंची ही थीं कि दोनों को पकड़ कर पुलिस पीटने लगी। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने दोनों के हाथ में शराब की बोतल होने का मनगढ़ंत तर्क गढ़ा। पुलिस की प्राथमिक रिपोर्ट पूरी तरह मनगढ़ंत व फ़र्जी है। दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। पिटाई के दौरान मां की गोद से चिपकी ढाई वर्ष की मासूम बच्ची फूलमंती कुमारी को गहरी चोट लगी और पुलिस कस्टडी में 22 अक्टूबर 2023 को पीएमसीएच में इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई।

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जानकारी के मुताबिक जिस महिला बसंती देवी की बच्ची फूलमंती पुलिसिया जुल्म की शिकार हुई, वह गर्भवती है। उसके पहले से 3 बच्चे थे, जिसमें से एक फूलमंती की मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद से पूरा परिवार अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं जिस दूसरी महिला मीना देवी के पास शराब की बोतल होना पुलिस द्वारा बताया गया, उसके 6 मासूम बच्चे हैं।

जांच दल ने सरकार से मांग की है कि दोषी पुलिस अधिकारियों पर 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए। फूलमंती कुमारी के परिजनों को 10 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए। वहीं जेल में बंद बसंती देवी तथा मीना देवी के साथ-साथ मीना देवी के ढाई साल के बच्चे को बिना शर्त अविलंब रिहा किया जाए।

25 अक्टूबर को फूलमंती कुमारी को श्रद्धांजलि दी गई, जिसमें घोसी विधायक रामबलि सिंह यादव, जिला सचिव रामाधार सिंह, प्रभात कुमार, दिलीप बिंद व अन्य नेता मौजूद थे। पुलिसिया बर्बरता के खिलाफ 27 अक्टूबर को जिला के स्तर पर विरोध होगा।

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