अब देहरादून के सिंगली गांव में 4 साल के मासूम को आंगन से उठा ले गया बाघ, जंगल से लाश हुई बरामद
Dehradun news : गांव में घुसा बाघ 4 साल के बच्चे को आंगन में से उठाकर ले गया और मासूम की लाश जंगल से बरामद की गयी....
Dehradun news : पहाड़ में बाघों की दहशत लगातार बढ़ती जा रही है और बूढ़े-जवान-महिलायें-बच्चे सभी इसके शिकार बन रहे हैं। अब ताजा मामला देहरादून के सिंगली गांव से सामने आया है। गांव में घुसा बाघ 4 साल के बच्चे को आंगन में से उठाकर ले गया और मासूम की लाश जंगल से बरामद की गयी।
जानकारी के मुताबिक मंगलवार 26 दिसंबर की देर रात को देहरादून के थाना राजपुर में पड़ने वाली अभिमन्यु क्रिकेट अकादमी से थोड़ा आगे सिंगली गांव बसा हुआ है। यहां रहने वाले अरुण सिंह का 4 साल का बच्चा अयांश आंगन में था। तभी वहां कहीं से अचानक बाघ आ गया और और बच्चे पर झपट्टा मारते हुए उसे उठा ले गया।
पुलिस का कहना है कि घटना का पता चलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने तत्काल सभी थाना प्रभारी, सीओ को बुलाकर एसपी क्राइम के नेतृत्व में कांबिंग शुरू कराई। रातभर कांबिंग के बाद 4 साल के मासूम अयांश का अधखाया शव आज 27 दिसंबर की सुबह जंगल में मिला।
उत्तराखण्ड में बाघ लगातार इंसान के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। बाघ के हमले की यह पहली घटना नहीं है, बल्कि यहां आये दिन हमले में कई लोग मारे जा चुके हैं। ऐसी घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के लिए तमाम जनसंगठन 25 लाख रुपए मुआवजा, घायलों के इलाज के संपूर्ण बिलों के भुगतान किए जाने और जंगली जानवरों से इंसानों, मवेशियों व फसलों की सुरक्षा आदि की मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हैं।
पिछले दिनों जिम कार्बेट पार्क से सटे रामनगर स्थित एक गांव में जंगल में लकड़ी बीनने गयी एक महिला को भी बाघ ने अपना शिकार बना लिया था, जिसके बाद जनसंगठनों के साथ गुस्साये ग्रामीणों ने 9 दिसंबर को कॉर्बेट नेशनल पार्क के झिरना गेट पर धरना देकर पर्यटकों की आवाजाही ठप कर दी थी।
पूरे उत्तराखंड में बाघ, तेंदुए जैसे हिंसक जानवर प्रतिदिन आम जनता को मार रहे हैं, परंतु सरकार जनता की सुरक्षा को लेकर कतई गंभीर नजन नहीं आती है।