हिंदू महिला को मुस्लिम सिपाही 6 किमी कंधे पर बैठा ले गया मंदिर, जनता बोली यही है असली हिंदुस्तान
एक मुस्लिम सैनिक ने 6 किलोमीटर दूर तक एक हिंदू महिला को अपने कंधे पर बिठाया, ताकि महिला तिरुमाला मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर की पूजा कर सके....
जनज्वार। आये दिन सांप्रदायिक तनाव की खबरें देश के कोने-कोने से आती रहती हैं, और इन्हें हवा देने का काम करते हैं हमारे माननीय नेता। जहां एक तरफ योगी सरकार ने हिंदू-मुस्लिम के नाम पर दंगा भड़काने वाले हिंदूवादी दंगा आरोपी नेताओं संगीत सोम, सुरेश राणा पर से मुजफ्फरनगर दंगे के सारे केस वापस लेने का फैसला कर सांप्रदायिकता को हवा देने का काम किया है, वहीं सोशल मीडिया पर एक ऐसी तस्वीर वायरल हो रही जो निश्चित तौर पर आंखों को सुकून देती है।
आंध्र प्रदेश से धार्मिक सदभाव की यह प्यारी सी तस्वीर आयी है। जानकारी के अनुसार एक मुस्लिम सैनिक ने 6 किलोमीटर दूर तक एक हिंदू महिला को अपने कंधे पर बिठाया, ताकि महिला तिरुमाला मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर की पूजा कर सके।
खबरों के अनुसार मांगी 58 साल की नागेश्वरम्मा नाम की महिला नंदानूर मंडल से पैदल तिरुमला के लिए रवाना हुईं। 22 दिसंबर की दोपहर को, उन्होंने यात्रा के दौरान हाई ब्लडप्रेशर की शिकायत की। इस दौरान, कडप्पा जिले के विशेष पुलिसकर्मी तीर्थयात्रियों की निगरानी में थे। तब कांस्टेबल शेख अरशद की नजर बीमार नागेश्वरम्मा पर पड़ी और उन्होेंने महिला की सहायता करने का फैसला किया।
कांस्टेबल शेख अरशद सबसे पहले मंगी नागेश्वरम्मा को अस्पताल ले गये और उसके बाद, उसे अपने कंधे पर उठाकर 6 किलोमीटर दूर स्थित मंदिर में ले गये। शेख की मानवीयता को देखकर एक अन्य कांस्टेबल ने भी इसी तरह के एक बुजुर्ग नागेश्वर राव को अपने कंधे पर सड़क पर छोड़ दिया, ताकि वह एक सवारी ले सके और घर जा सके।
कांस्टेबल शेख अरशद का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। तिरुमाला मंदिर में आने वाले सभी तीर्थयात्रियों ने उनकी वाहवाही की। उनकी कहानी पूरे देश-विदेश की मीडिया में सुर्खियां बनी हुयी है और हिंदू-मुस्लिम करने वालों के मुंह पर एक तमाचा भी है।
सोशल मीडिया पर इस वीडियो को शेयर करते हुए जनता बोल रही है, यही है असली हिंदुस्तान। सांप्रदायिकता की राजनीति करना बंद करो।