Who Is Kalicharan: कौन है कालीचरन जिसने महात्मा गांधी को कहे अपशब्द, हिंदुओं से हथियार उठाने की भी कर चुका है अपील
धर्मगुरु कालीचरण ने महात्मा गांधी के बारे में अपमानजनक शब्द कहते हुए कहा कि नाथूराम गोडसे ने बापू की हत्या कर सही कदम उठाया था। कालीचरण दास ने कहा कि इस्लाम का लक्ष्य राजनीति के माध्यम से राष्ट्र पर कब्जा करना है...
Who Is Kalicharan: देश के अलग-अलग राज्यों में हिंदू 'धर्म संसद' का आयोजन किया जा रहा है। इस धर्म संसद में जहां हजारों साधु-संतों का जमावड़ा लगा है वहीं कई धर्मगुरु के भड़काऊ बयानों से विवाद पैदा हो रहा है। ताजा मामला है छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की जहां एक संगठन द्वारा आयोजित धर्म संसद में धर्मगुरु कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी के बारे में अपमानजनक शब्द कहे और नाथूराम गोडसे को बापू की हत्या के लिए सही ठहराया।
खुद को महाराज कहलाने वाले कालीचरण ने कहा कि लोगों को धर्म की रक्षा के लिए एक कट्टर हिंदू नेता को सरकार का मुखिया चुनना चाहिए। बता दें कि इससे पहले हरिद्वार में भी धर्म संसद का आयोजन किया गया था जहां एक धर्मगुरु ने हिंदुओं से हथियार उठाने के लिए कहा था।
मैं नाथूराम गोडसे को सलाम करता हूं
धर्मगुरु कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी के बारे में अपमानजनक शब्द कहते हुए कहा कि नाथूराम गोडसे ने बापू की हत्या कर सही कदम उठाया था। कालीचरण दास ने कहा कि इस्लाम का लक्ष्य राजनीति के माध्यम से राष्ट्र पर कब्जा करना है। हमारी आंखों के सामने उन्होंने 1947 में कब्जा कर लिया था।
उन्होंने पहले ईरान, इराक और अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। उन्होंने राजनीति के माध्यम से बांग्लादेश और पाकिस्तान पर कब्जा कर लिया था। मैं नाथूराम गोडसे को सलाम करता हूं कि उन्होंने गांधी की हत्या कर दी... इसके बाद लोगों ने तालियां भी बजाईं।
महिलाओं पर टिप्पणी
इसके अलावा कालीचरण महाराज ने कहा कि हमारा मुख्य कर्तव्य क्या है- धर्म की रक्षा करना। हमें सरकार में एक कट्टर हिंदू राजा (नेता) का चुनाव करना चाहिए, भले ही कोई भी हो। इसके आगे बोलते हुए कहा कि 'हमारे घरों की महिलाएं बहुत अच्छी और सभ्य हैं और वे मतदान के लिए नहीं जाती हैं। जब सामूहिक दुष्कर्म होंगे तो आपके घर की महिलाओं का क्या होगा। महामूर्खों... मैं उन लोगों को बुला रहा हूं जो वोट देने के लिए बाहर नहीं जाते हैं।'
हरिद्वार में हिंदुओं से हथियार उठाने की अपील
उत्तराखंड के हरिद्वार में हुई धर्म संसद में भड़काऊ भाषण का एक वीडियो सामने आने के बाद से बवाल मचा हुआ है। दरअसल, इस धर्म संसद में एक वक्ता ने विवादित भाषण देते हुए कहा था कि धर्म की रक्षा के लिए हिंदुओं को हथियार उठाने की जरूरत है। वक्ता ने कहा था कि किसी भी हालत में देश में मुस्लिम प्रधानमंत्री न बने। वक्ता ने कहा था कि मुस्लिम आबादी बढ़ने पर रोक लगानी होगी।
कालीचरण के खिलाफ दर्ज हुआ केस
जानकारी के मुताबिक, बापू के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करने की वजह से कालीचरण के खिलाफ मामला दर्ज हो गया है। छत्तीसगढ़ में ही टिकरापारा क्षेत्र में अपराध क्रमांक 578/2021 धारा 505(2), 294 IPC के तहत मामला दर्ज किया जा चुका है। संत कालीचरण के खिलाफ रायपुर के पूर्व महापौर और वर्तमान सभापति प्रमोद दुबे ने शिकायत दर्ज कराई थी।
आयोजक ने क्या कहा?
कालीचरण की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कार्यक्रम के आयोजक नीलकंठ त्रिपाठी ने कहा कि वह पूर्व के बयान से पूरी तरह असहमत हैं। इसको लेकर प्रदेश कांग्रेस कम्युनिकेशन विंग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, 'महात्मा गांधी के खिलाफ इस तरह के अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल बेहद आपत्तिजनक है। कालीचरण को पहले यह साबित करना चाहिए कि वह एक संत हैं।' उधर, तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने हरिद्वार की धर्म संसद में दिए गए भड़काऊ भाषणों को लेकर एक ट्वीट किया है। टीएमसी सांसद ने आग्रह किया है कि सुप्रीम कोर्ट को वकीलों के पत्र पर ध्यान देना चाहिए, जिसमें हरिद्वार और दिल्ली के भड़काऊ भाषण मामले में स्वत: संज्ञान लेने का अनुरोध किया गया है।