आगरा में कोरोना वारियर डॉक्टर की नृशंस हत्या, परिवार ने कहा मेडिकल आफिसर है हत्यारा

पुलिस ने डॉक्टर योगिता के घर के सामने के सीसीटीवी में विवेक तिवारी की गाड़ी और योगिता को उसमें जाते हुए देखा था और विवेक के हिरासत में लिए जाने के बाद उसने अपना गुनाह खुद कुबूल कर लिया है...

Update: 2020-08-20 05:52 GMT

डॉक्टर योगिता और हत्यारोपी मेडिकल आफिसर विवेक तिवारी 

आगरा। आगरा के एस एन मेडिकल कॉलेज की एक महिला डॉक्टर का शव बरामद हुआ है। मृतका के परिवार ने डॉक्टर की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी।

इस मामले में पुलिस का कहना है कि एक संदिग्ध को इस मामले में हिरासत में लिया गया है। आगरा पुलिस ने बुधवार 19 अगस्त को बमरौली कटारा के पास राजमार्ग से योगिता गौतम का शव बरामद किया।

मृतका के भाई मोहिंदर कुमार गौतम ने स्थानीय एम.एम. गेट पुलिस स्टेशन में विवेक तिवारी के खिलाफ अपनी बहन का अपहरण करने की शिकायत दर्ज कराई थी। एसओजी जालौन की एक टीम ने विवेक तिवारी को उरई से हिरासत में ले लिया है। आरोपी डॉक्टर विवेक तिवारी उरई में मेडिकल ऑफिसर के पद पर तैनात है। उसे आगे की जांच के लिए आगरा लाया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पीड़ित का सिर किसी भारी वस्तु से क्षतिग्रस्त कर दिया गया था और घटनास्थल के आसपास महिला के जूते पड़े थे।

इस मामले में पुलिस का कहना है कि पूछताछ में विवेक तिवारी ने हत्या की बात कबूल की है। आगरा के SSP के मुताबिक डॉक्टर विवेक तिवारी ने ये भी बताया है कि योगिता और विवेक सात साल से रिलेशनशिप में थे। विवेक इस बात को भी कुबूल किया है कि वो योगिता से मिलने जालौन से आगरा आया था। जब विवेक-योगिता के बीच कार में झगड़ा होने लगा तो पहले विवेक ने योगिता का गला दबाया और फिर चाकू से वार करके नृशंसता से उसकी हत्या कर दी।

अधिकारियों ने कहा कि मामले को सुलझाने के लिए बुधवार 19 अगस्त की देर शाम कई टीमों का गठन किया गया था। आरोपी के खिलाफ कई महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं। महिला डॉक्टर के माता-पिता बुधवार 19 अगस्त की देर शाम दिल्ली से आगरा पहुंचे।

महिला का सीनियर आरोपी तिवारी पीड़िता से एक साल सीनियर था। सूत्रों ने कहा कि वह महिला पर पिछले एक साल से शादी करने का दबाव बना रहा था। पुलिस ने कहा कि शुरुआती पूछताछ के दौरान, वह अपने बयानों को बदलता रहा।

योगिता के सहयोगियों ने कहा है कि वह एक स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में शानदार काम कर रही थीं और कोविड-19 टीम का हिस्सा भी थीं।

पुलिस ने डॉक्टर योगिता के घर के सामने के सीसीटीवी में विवेक तिवारी की गाड़ी और योगिता को उसमें जाते हुए देखा था और विवेक के हिरासत में लिए जाने के बाद उसने अपना गुनाह खुद कुबूल कर लिया है। 

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