यति नरसिंहानंद का भड़काऊ बयान, पैगंबर मोहम्मद को बताया 'औरतों का सौदागर', गिरफ्तारी की मांग उठी
यति नरसिंहानंद ने कहा कि हम हिंदू हैं हम राम के चरित्र की मीमांसा कर सकते हैं। हम परशुराम के चरित्र की मीमांसा कर सकते हैं तो हमारे लिए मोहम्मद क्या चीज हैं...
नई दिल्ली। 'मैं हिन्दू हूं और हिंदू जगाने आया हूं' का नारा लगाने वाले 53 वर्षीय यति नरसिंहानंद सरस्वती फिर एक बार विवादों में आए हैं। देश के मुसलमानों पर हमेशा आक्रोशित रहने वाले महंत नरसिंहानंद ने एक बार फिर भड़काऊ बयान दिया है। यति नरसिंहानंद ने कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है जिसके बाद से सोशल मीडिया पर यति नरसिंहानंद की गिरफ्तारी की मांग उठ रही है।
यति नरसिंहानंद ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर कहा कि अगर इस्लाम की असलियत जिसके लिए मौलाना कहते हैं कि अगर मोहम्मद के बारे में बोला तो सर काट देंगे, यह भय हिंदू अपने दिमाग से निकाल दें। हम हिंदू हैं हम राम के चरित्र की मीमांसा कर सकते हैं। हम परशुराम के चरित्र की मीमांसा कर सकते हैं तो हमारे लिए मोहम्मद क्या चीज हैं। हम मोहम्मद की मीमांसा क्यों नहीं करेंगे और क्यों सच नहीं बोलेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि अगर मोहम्मद का असलियत दुनिया के मुसलमानों को पता चल जाए तो उन्हें अपने मुसलमान होने पर शर्म आएगी। उन्हें शर्म आएगी क्योंकि हर आदमी के अंदर भगवान एक नेचुरल सी चीज बनाकर भेजता है कि क्या अच्छा है और क्या बुरा है। सबकी अंतर्रात्मा होती है।
यति नरसिंहानंद यहीं नहीं रुकते हैं, वो आगे कहते हैं 'अगर किसी को पता चले कि तू एक लूटेरे, डकेत और जल्लाद को फॉलो कर रहा था। ऐसा व्यक्ति जो बलात्कारी था जो औरतों की सौदागरी करता था, पता है इस क्या बोलते है हमारे यहां...द*** बोलते हैं। जब उसे पता चलेगा तो उसे शर्म आएगी। यह तो हिन्दुस्तान के घटिया नेता हैं और नकली धर्म गुरु हैं जिन्होंने ग्लोरीफाई कर दिया है इस्लाम जैसी गंदगी को..अगर इस्लाम के बारे में छाती खोलकर बोला जाता तो आज हर मुसलमान, दुनिया के हर मुसलमान को अपने मुसलमान होने पर शर्म आती। मुसलमान को शर्म आती कि अगर वो हिंदुओं के साथ बैठता तो उसे थूककर खाना देता। उसे शर्म आती कि उसने अपने दोस्तों के साथ क्या किया है। उसे शर्म आती कि तू अपने दोस्त जैसे भाई कि पत्नी पर और उसकी बेटी पर गलत निगाह रखा हुआ है क्योंकि तू एक लूटेरे को फॉलो करता है'।
ऐसा पहली बार नहीं है जब महंत यति नरसिंहानंद मुस्लिम समुदाय के खिलाफ जहर उगल रहे हों, इससे पहले भी वह मनमौजी बयानों को लेकर विवादों में रहे हैं। यति नरसिंहानंद उत्तर प्रदेश के डासना इलाके में देवी मंदिर के महंत हैं और इलाके में हिन्दुओं के लिए अघोषित सरपंच भी। हाल ही में जब डासना में 14 साल के आसिफ को कथित तौर पर मंदिर में पानी पीने को लेकर पीटा गया था तब इन्हीं यति मंहत नरसिंहानंद ने नाबालिग आसिफ को 'जिहादी' तक कह दिया था। तब भी लोगों का गुस्सा महंत के खिलाफ सामने आया था।
यति नरसिंहानंद कोई साधू नहीं बल्कि नरसिंहानंद विदेश से पढ़े हैं। उनकी पढ़ाई रूस से हुई है। मॉस्को व लंदन जैसे दुनिया के प्रसिद्ध शहरों में काम भी कर चुके हैं। बताया जाता है कि नरसिंहानंद कभी समाजवादी पार्टी के नेता भी हुआ करते थे। उनके खिलाफ सांप्रदायिक दंगा, खुद की सेना का गठन, नफरती भाषण और आर्म्स एक्ट समेत आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। यति नरसिंहानंद ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) के खिलाफ सेना बनाने का ऐलान भी किया था। वो अक्सर इस्लाम को धरती से हटाने की बात करते रहे हैं।