Adani Port : कोर्ट ने दिए जांच के आदेश, क्या ड्रग्स की तस्करी से मुंद्रा पोर्ट व प्रबंधन को भी होना था लाभ

Mundra Port: गुजरात की एक विशेष अदालत ने डीआरआई को यह जांच करने के निर्देश दिए हैं कि मुंद्रा अडानी पोर्ट और उसके प्रबंधन के साथ-साथ उसके प्राधिकारियों को 3000 किलोग्राम ड्रग्स के आयात से कोई लाभ हुआ है..

Update: 2021-10-03 03:49 GMT

(गौतम अडानी के निजी पोर्ट पर भारी मात्रा में ड्रग्स हुआ था बरामद)

Adani Port: (जनज्वार)। गुजरात स्थित अडानी की मुंद्रा पोर्ट (Mundra port) पर लगभग 3000 करोड़ की तस्करी की ड्रग उतरने के मामले में पोर्ट  व प्रबंधन की भूमिका की जांच होगी। यह जांच होगी कि क्या इस तस्करी से पोर्ट का या पोर्ट के प्रबंधकों, कर्मियों का कोई हित जुड़ा हुआ है।

मामले में गुजरात (Gujrat) की एक विशेष अदालत (special court) ने डीआरआई को यह जांच करने के निर्देश दिए हैं कि मुंद्रा अडानी पोर्ट और उसके प्रबंधन के साथ-साथ उसके प्राधिकारियों को 3000 किलोग्राम ड्रग्स के आयात से कोई लाभ हुआ है।

इस मामले में ड्रग्स की भारी खेप को इंपोर्ट और एक्सपोर्ट (Export) करने वाली कंपनियों की डील में दलाली करने वाले प्रमुख आरोपी राजकुमार पी की रिमांड अर्जी पर सुनवाई करते हुए कहा है कि इस बात की जांच की जानी जरूरी है कि मुंद्रा पोर्ट के प्राधिकरण और अधिकारियों की इसमें क्या भूमिका रही है?

कोर्ट ने कहा कि ये पता लगाना जरूरी है कि क्या मुंद्रा अडानी पोर्ट इस तरह से ड्रग्स की खेप की तस्करी के तथ्य से बेखबर था और क्या मुंद्रा अडानी पोर्ट को इस में कोई फायदा हुआ है या नहीं?

कोर्ट ने इस संदर्भ में डीआरआई (DRI) को मुंद्रा पोर्ट पर ऐसे कंटेनर और खेप की स्कैनिंग के साथ-साथ जांच के तौर तरीकों की प्रक्रिया की जांच की जाने के लिए भी कहा है। इसके साथ ही कोर्ट के न्यायाधीश ने यह भी कहा है कि डीआरआई द्वारा उठाए गए उन मुद्दों की भी जांच की जानी चाहिए।

जिसमें यह कहा गया है कि ड्रग्स की खेप (Drugs seized on Mundra Port) को मुंद्रा पोर्ट जो कि गुजरात में है, पर क्यों उतारा गया? जबकि ड्रग्स की खेप को इंपोर्ट करने वाली कंपनी आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की है। दोनों जगहों के बीच की दूरी सैकड़ों किलोमीटर है।

बता दें कि राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने गुजरात के कच्छ जिले के मुंद्रा बंदरगाह (Mundra port) पर लगभव 3,000 करोड़ रुपये के मादक पदार्थों के दो कंटेनर जब्त किए हैं। इन कंटेनर के बारे में माना जाता है कि यह अफगानिस्तान (Afganistan) से आया हुआ था।

मुंद्रा पोर्ट मशहूर औद्योगिक घराने अडानी समूह से जुड़ा हुआ बताया जाता है। अडाणी ग्रुप द्वारा संचालित मुंदड़ा बंदरगाह देश के सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक है।बताया गया है कि 38 बैग में हेरोइन ले जाने वाले कंटेनरों (Containers) को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा (Vijaywada) स्थित एक फर्म द्वारा आयात किया गया था। फर्म ने खेप को "टैल्कम पाउडर" घोषित किया था। निर्यातक फर्म की पहचान अफगानिस्तान के कंधार (Kandhar) में स्थित हसन हुसैन लिमिटेड के रूप में की गई है।

एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, "खेप अफगानिस्तान से आई है और उन्हें ईरान (Iran) के बंदर अब्बास में लाद दिया गया था।" उन्होंने कहा, ''नशीले पदार्थों की कुल राशि करीब 2,000 करोड़ रुपये होने की संभावना है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन कंटेनरों में नशीला पदार्थ होने का अंदेशा था। सूत्रों ने कहा कि डीआरआई गांधीधाम (Gandhidham) ने इन दो कंटेनरों को जब्त किया है, जिनमें कुल 38 बैग थे। जिन्हें कथित तौर पर गलत घोषित किया गया था।

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