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ADANI के स्वामित्व वाले मुंद्रा पोर्ट पर पकड़ी गई ड्रग्स की सबसे बड़ी खेप, मोदी-शाह सहित मीडिया की चुप्पी पर बड़े सवाल
(गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर पकड़ी गई ड्रग्स की अबतक की सबसे बड़ी खेप)
जनज्वार ब्यूरो। डीआरआई (DRI) की टीम ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए गुजरात की मुंद्रा बंदरगाह से तकरीबन 9000 करोड़ रुपये का ड्रग्स बरामद किया है। एजेंसी के अधिकारियों द्वारा 2,988.22 किलोग्राम हेरोइन जब्त करने की सूचना है। इससे पहले, आशा ट्रेडिंग कंपनी ने इस खेप को टेलकम पाउडर बताया था।
निर्यातक फर्म की पहचान अफगानिस्तान के कंधार में स्थित हसन हुसैन लिमिटेड के रूप में की गई है। डीआरआई और कस्टम ने जब कंसाइनमेंट रोक कर जांच की तो टेलकम पाउडर की जगह करोड़ों की ड्रग्स बरामद हुई। DRI द्वारा बरामद की गई ड्रग की सबसे बड़ी खेप बताई जा रही है, जिसकी कीमत 9,000 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
भारत के इतिहास में हीरोइन की 9 हज़ार करोड़ की सबसे बड़ी खेप गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर पकड़ी गई है।
— Sunil Singh Yadav (@sunilyadv_unnao) September 20, 2021
ड्रग जिस घर में मिलता है उसके मालिक को भी जेल होती है, फिर पोर्ट मालिक पर मुकदमा क्यों नहीं?
क्योंकि इस पोर्ट के मालिक मोदी जी और शाह जी के परम मित्र अदाणी जी है।
ये कैसा न्याय ?
सपा नेता सुनील सिंह साजन ने ट्वीट किया है, 'भारत के इतिहास में हीरोइन की 9 हज़ार करोड़ की सबसे बड़ी खेप गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर पकड़ी गई है। ड्रग जिस घर में मिलता है उसके मालिक को भी जेल होती है, फिर पोर्ट मालिक पर मुकदमा क्यों नहीं? क्योंकि इस पोर्ट के मालिक मोदी जी और शाह जी के परम मित्र अदाणी जी है।'
गोदी मीडिया के कुछ चैनल, पकड़ी गई नशे की खेप विजयवाड़ा की आशी ट्रेडिंग कंपनी के आयात किए गए पैकेज के अंदर छिपी हुई बता रहे हैं। तथा इसका कनेक्शन अफगानिस्तान से टैल्क पत्थरों को आयात करने से जोड़ा जा रहा है। बताया सह भी जा रहा है कि यह ड्रग्स 'टैल्कम पाउडर' के नाम पर आयात किया जा रहा था, जिसे रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
बता दें कि, डीआरआई और कस्टम ने जब कंसाइनमेंट रोक कर जांच की तो टेलकम पाउडर (Telcom Powder) की जगह करोड़ों की ड्रग्स बरामद हुई। डीआरआई और कस्टम विभाग पिछले पांच दिनों से इस ऑपरेशन को चला रहा था। वहीं, सूत्रों का कहना है कि कम से कम चार फारसियों को हिरासत में लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है।
विजयवाड़ा में डीआरआई के अधिकारियों ने अब ड्रग और विजयवाड़ा का लिंक तलाशना शुरु कर दिया है। साथ ही कंपनी के मालिकान और उनके ड्रग्स कनेक्शन की छानबीन भी की जा रही है। इस मामले मं विजयवाड़ा में क्लॉक स्ट्रीट स्थित कंपनी के कार्यालय में पूछताछ की जा रही है।
गिरीश मालवीय ने इस मसले पर लिखा है, 'हिंदुस्तान टाइम्स तो गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर जब्त 3000 किलो ड्रग्स की कीमत 21 हजार करोड़ बता रहा है, दुनिया मे एक ही ऐसा बड़ा ड्रग तस्कर था जो इतने बड़े लेबल ड्रग्स की डीलिंग करता था उसका नाम था पाब्लो एस्कोबार। मोदी जी ये तो बताइए कि भारत मे ऐसा कौन पाब्लो एस्कोबार का बाप पैदा हो गया है जो 21 हजार करोड़ की ड्रग्स के सौदे कर रहा है।