इटावा में एसपी सिटी को थप्पड़ मारने के आरोप में जेल से छूटे युवक को BJP का इनाम, बना भाजयुमों जिलाध्यक्ष
विवेक उर्फ संजू चौधरी के जेल जाने के बाद इटावा भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल लखनऊ जाकर सीएम योगी आदित्यनाथ से मिला था। जिसके 20 दिन बाद संजू चौधरी को भाजयुमों अध्यक्ष पद की कमान सौंप दी गई है...
जनज्वार, लखनऊ/इटावा। उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनावों का वो सीन याद है आपको, जब उपद्रवियों ने एसपी सिटी इटावा प्रशांत कुमार को कंटाप मार दिया था। इस मामले के बाद एसपी ने अपने आलाधिकारियों को फोन कर बताया था 'सर बीजेपी वालों ने मुझे थप्पड़ मारा, ये लोग बम वगैरा भी लेकर आए हैं।' एसपी का यह वीडियो रातोंरात सोशल मीडिया की सनसनी बन गया था।
ब्लॉक चुनाव के दौरान हुई इस घटना को 50 दिन हो गये। इन 50 में थप्पड़ (Slap) मारने के बाद आरोपी युवक 4 दिन जेल में रहा था जहां से 16 जुलाई को उसकी जमानत हो गई थी। युवक पुलिस टीम पर फायरिंग, पथराव व एसपी को थप्पड़ मारने के जुर्म में 12 जुलाई को जेल गया था। युवक की पहचान बढ़पुरा निवासी विवेक उर्फ संजू चौधरी के रूप में हुई थी।
लेटेस्ट जानकारी है कि, एसपी सिटी को थप्पड़ मारने के आरोप में जेल गये संजू चौधरी को भाजपा की युवा विंग भाजयुमों (BJYM) का जिलाध्यक्ष बना दिया गया है। इससे पहले इस थप्पड़ कांड के तूल पकड़ने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष अजय धाकरे को हटाकर संजीव राजपूत को जिलाध्यक्ष बना दिया गया था, साथ ही एसपी का भी तबादला कर दिया गया था।
बताया जा रहा है कि, विवेक उर्फ संजू चौधरी के जेल जाने के बाद इटावा भाजपा (BJP) का एक प्रतिनिधिमंडल लखनऊ जाकर सीएम योगी आदित्यनाथ से मिला था। जिसके 20 दिन बाद संजू चौधरी को भाजयुमों अध्यक्ष पद की कमान सौंप दी गई है। इस बाबत भाजयुमों अध्यक्ष प्रांशु दत्त द्विवेदी से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन फोन नहीं उठा। वहीं क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह ने मामले की जानकारी होने से इनकार कर दिया।
कब और क्या हुआ था?
यूपी में 10 जुलाई को ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान बढ़पुर ब्लॉक के बाहर सैंकड़ों की भीड़ को हटाने की कोशिश में पुलिस पर पथराव हुआ था। इस दौरान फायरिंग करते हुए एक युवक ने तत्कालीन एसपी सिटी प्रशांत कुमार (Prashant Kumar) को थप्पड़ जड़ दिया था। बाद में थप्पड़ मारने वाले युवक की पहचान विवेक उर्फ संजू चौधरी के रूप में हुई थी। चौधरी को 12 जुलाई थाना सिविल लाइन पुलिस ने जेल भेज दिया था, जहां से वह 16 जुलाई को जमानत पर रिहा हो गया था।