Emergency In Sri Lanka: श्रीलंका में आपातकाल लागू, पूरे देश में हिंसा-से हालात हुए बेकाबू, जानिए अब क्या होगा
Emergency In Sri Lanka: श्रीलंका में आर्थिक संटक (Sri Lanka Economic Crisis) के कारण हालात बेकाबू हो चुके हैं. लोग अब राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
Emergency In Sri Lanka: श्रीलंका में आर्थिक संटक (Sri Lanka Economic Crisis) के कारण हालात बेकाबू हो चुके हैं. लोग अब राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग को लेकर देशभर सरकार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हो रहे है. सड़कों पर उतरकर लोग सरकारी संपत्तियों को नष्ट करने में लगे हुए हैं. हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने आपातकाल (Sri Lanka Emergency) लागू कर दी है. राष्ट्रपति राजपक्षे (Sri Lankan President) ने कल (शुक्रवार को) एक राजपत्र जारी करके इमरजेंसी लगाने का एलान कर दिया है.
श्रीलंकाई राष्ट्रपति कार्यालय से जारी आदेश में कहा गया है कि देश में कानून व्यवस्था कायम रखने, आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई को जारी रखने के लिए ऐसा करना जरूरी हो गया है. इसलिए पूरे श्रीलंका में आपातकाल लागू किया जाता है. इसके अलावा श्रीलंका के पश्चिमी प्रांत में 6 घंटे के लिए पुलिस कर्फ्यू लगा दिया है. पुलिस ने बताया कि पश्चिमी प्रांत में पुलिस कर्फ्यू 2 अप्रैल की मध्यरात्रि से सुबह 6 बजे तक प्रभावी रहेगा. इससे पहले गुरुवार को राष्ट्रपति भवन के सामने प्रदर्शनकारी जमा हो गए थे. प्रदर्शनकारियों को भगाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार का इस्तेमाल करना पड़ा था.
राष्ट्रपति को मिले कई अधिकार
इमरजेंसी लागू होने के बाद सरकार को सार्वजनिक सुरक्षा, सार्वजनिक व्यवस्था के संरक्षण, विद्रोह के दमन, दंगा या नागरिक हंगामा या आवश्यक आपूर्ति के रख-रखाव के लिए नियम बनाने का अधिकार मिल गया है. आपातकालीन नियमों के तहत राष्ट्रपति किसी भी संपत्ति पर कब्जा करने और किसी भी परिसर की तलाशी लेने के लिए हिरासत को अधिकृत कर सकते हैं. इसके अलावा राष्ट्रपति अब किसी भी कानून को बदल या निलंबित भी कर सकते हैं.
45 प्रदर्शनकारियों को किया गया गिरफ्तार
श्रीलंका के राष्ट्रपति भवन का घेराव करने वाले 45 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और कोलंबो शहर के ज्यादातर इलाकों में कुछ देर के लिए कर्फ्यू लागू कर दिया गया. पुलिस के अनुसार प्रदर्शन के दौरान 5 पुलिसकर्मी समेत कई लोग घायल हो गए और वाहनों को आग लगा दी गई थी. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अब तक 45 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस प्रदर्शन में 5 पुलिसकर्मी घायल हो गए खे जबकि वाहनों को दिया गया था. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के एक ट्रक को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था.
भारी संख्या में पलायन कर रहे लोग
लोगों का कहना है कि दो महीनों के बाद सप्ताह में एक बार गैस की आपूर्ति रुक जाती है और रविवार को लोग लाइनों में लगकर गैस हासिल कर पाते हैं. सुबह 4 बजे ही लोगों की कतार लग जाती है और 1000 लोगों की लाइन में 300 कूपन ही बंट पाते हैं. वाणी के पति खाड़ी देश में नौकरी करते हैं और उनका कहना है कि अगर मौका मिला तो वे भी वहीं चली जाएंगी.