India-Russia Relations : भारत के रूस और अमेरिका से रिश्तों पर असर को लेकर बाइडेन प्रशासन ने क्या कहा ?
India-Russia Relations : अमेरिका ने कहा कि भारत के रूस के साथ संबंध उन संबंधों से अलग हैं जो हमारे और रूस के बीच हैं और सही में इसमें कोई परेशानी की बात नहीं है....
India-Russia Relations : यूएनएससी में रूस के खिलाफ वोट करने में परहेज के बाद एक बार फिर भारत-रूस (Indian Russia Relations) और भारत-अमेरिका (India US Relations) के संबंधों पर चर्चा होनी शुरू हो गई है। इस बीच जो बाइडेन प्रशासन ने दोनों देशों के बीच संबंधों को लेकर सीधी प्रतिक्रिया दी है। बाइडेन प्रशासन ने कहा कि भारत के रूस के साथ संबंध, अमेरिका और रूस के बीच संबंधों से अलग हैं और इसमें कोई परेशानी की बात नहीं है। अमेरिका ने रूस के साथ संबंध रखने वाले हर देश से नियम आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को सुरक्षित रखने में अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने को कहा है।
रूस-यूक्रेन के मामले में अमेरिका-भारत संबंध औऱ यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) से द्विपक्षीय संबंध पर असर पड़ेगा, इस सवाल के जवाब में अमेरिकी विदेश विभाग (US State Department) के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि भारत के साथ अमेरिका के अहम हित और मूल्य जुड़े हुए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि भारत के साथ हमारे अहम हित जुड़े हुए हैं। हम भारत के साथ अहम मूल्य साझा करते हैं और हम जानते हैं कि भारत के रूस के साथ संबंध उन संबंधों से अलग हैं जो हमारे और रूस के बीच हैं और सही में इसमें कोई परेशानी की बात नहीं है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत के रूस के साथ मजबूत रिश्ते हैं, जो यकीनन हमारे नहीं हैं। भारत और रूस के बीच रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में संबंध हैं, जो हमारे बी नहीं हैं..हमने प्रत्येक देश से कहा है कि जिनके संबंध हैं और जो लाभ ले सकते हैं, वे उसका इस्तेमाल रचनात्मक तरीके से करें।
बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ एक विशेष सैन्य अभियान की घोषणा की थी जिसके बाद रूस ने मध्य और पूर्वी यूक्रेन के कई इलाकों पर हमले किए। तीसरे दिन भी रूस की ओर से हमले जारी हैं। रूस की ओर से की जा रही इस कार्रवाई की अमेरिका समेत कई देश निंदा कर रहे हैं।
बता दें कि रूस की भारत के साथ लंबे समय से साझेदारी रही है और दोनों देशों ने साल 2010 में अपने संबंधों को द्विपक्षीय रणनीतिक संबंध से उन्नत कर विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त राजनीतिक संबंध में बदल दिया। उस समय भारत के अमेरिका के साथ रणनीतिक संबंध अभूतपूर्व तरीके से मजबूत हुए।