Pakistan Flood News: पाकिस्तान में बाढ़ ने लिया रौद्र रूप, पूरा इलाका बन गया 'समुद्र', प्रधानमंत्री शरीफ ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा

Pakistan Flood News: पड़ोसी देश पाकिस्तान में बारिश और ग्लेशियर के पिघलने के कारण बाढ़ (Floods) ने त्रासदी का रूप ले लिया है, जिसके कारण पूरे देश में हरकंप मचा गया। बाढ़ में अब तक 1343 लोगो की मौत हो चुकी है।

Update: 2022-09-09 14:30 GMT

Pakistan Flood News: पाकिस्तान में बाढ़ ने लिया रौद्र रूप, पूरा इलाका बन गया 'समुद्र', प्रधानमंत्री शरीफ ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा

Pakistan Flood News: पड़ोसी देश पाकिस्तान में बारिश और ग्लेशियर के पिघलने के कारण बाढ़ (Floods) ने त्रासदी का रूप ले लिया है, जिसके कारण पूरे देश में हरकंप मचा गया। बाढ़ में अब तक 1343 लोगो की मौत हो चुकी है। इस बारिश ने साढ़े 3 करोड़ लोगों की जिंदगी को अस्‍त-व्‍यस्‍त कर दिया। वही 10 लाख से ज्‍यादा घर बर्बाद हो गए जिसके कारण, वर्तमान में 500,000 से अधिक लोग बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा, सिंध और पंजाब में राहत शिविरों में रह रहे हैं।

इस बाढ़ से जुड़ी नई सैटेलाइट इमेज से पता चलता है कि सितंबर की शुरुआत में पाकिस्तान की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील में बाढ़ आ गई और यह खतरनाक रूप से बह रही है। जुलाई तक यह झील अपने मौजूदा स्‍वरूप में दिखाई दे रही थी , लेकिन 28 अगस्‍त और 5 सितंबर की तस्‍वीरों में यह ओवरफ्लो नजर आती है।

स्‍पेसडॉटकॉम की रिपोर्ट के अनुसार, नासा के लैंडसैट 8 और लैंडसैट 9 सैटेलाइट द्वारा ली गई तस्‍वीरें मंचर झील (Lake Manchar) के किनारे में दरार दिखाती हैं। बताया जाता है कि इनमें से कुछ दरारों को जानबूझकर स्‍थानीय अधिकारियों ने बनवाया, ताकि पानी को घनी आबादी वाले इलाकों में जाने से रोका जा सके। वहीं अधिक जलजमाव होने के कारण पाकिस्तान में संक्रमण (Infection) रोग बढ़ने का खतरा बढ़ गया है जिसके चलते अधिकारियों ने संक्रमण से फैलने वाली बीमारियों को रोकने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। इसके अलावा पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति (Pakistan Economic Situation) भी चरमरा गई है। लिहाजा बाढ़ राहत शिविर इलाको में डॉक्टरों की टीम भी तैनात कर दी गई है। कैंप में गुजर बसर करने को मजबूर लोग कई बीमारियों से भी जूझ रहे हैं।उनके बीच अलग अलग तरह की बीमारियां भी फैल रही हैं। इन बीमारियों का सबसे ज्यादा शिकार बच्चे हो रहे हैं। संक्रमण से होने वाले रोगों से बचाव के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

पाकिस्तान का हाल बेहाल

लगातार कई दिनों की भारी बारिश ने देश के एक तिहाई हिस्से को जलमग्न कर दिया है , जिसके कारण करीब 33 मिलियन से अधिक लोगो को अपना घर छोड़कर जान बचाने के लिए किसी और स्थान पर जाना पड़ा। वही पाकिस्तान (Pakistan) की पहले से चरमराती अर्थव्यवस्था (Economy) को 12.5 अरब अमेरिकी डॉलर का आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ा है। इसके कारण अब पाकिस्तान के तेजी से महंगाई की बाढ़ आने का अंदाजा लगाया जा रहा है जिससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में कुछ हद तक सुधार हो सके। वही जिओ न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में महंगाई दर (Inflation Rate) 24 प्रतिशत से लेकर 27 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है जो आने वाले वर्ष में ये 30 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी। इसके अलावा गरीबी (Poverty) और बेरोजगारी (Unemployment) 21.9 प्रतिशत से कई गुना बढ़कर 36 प्रतिशत से अधिक हो जाएगी।

  • 1.Inflation rate- 24% से बढ़कर 27%
  • 2.Poverty & Unemployment rate- 21.9% से बढ़कर 36%

इस महीने पाकिस्तान में 73,000 महिलाएं देंगी बच्चे को जन्म

संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) और एक यौन व प्रजनन स्वास्थ्य एजेंसी (Sexual And Reproductive Health Agency) ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कम से कम 650,000 गर्भवती महिलाएं हैं, जिनमें से 73,000 महिलाएं इस महीने पाकिस्तान में बच्चों को जन्म देने वाली है इसलिए उन्हें मातृ स्वास्थ्य सेवा की आवश्यकता है। साथ ही साथ संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने यह भी चेतावनी दी थी कि कई महिलाओं और लड़कियों को लिंग आधारित हिंसा (GBV) का भी खतरा बढ़ गया है।

प्रधानमंत्री ने बाढ़ से प्रभावी क्षेत्र का किया दौरा

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार को सिंध के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद मीडिया को बताया कि पूरा क्षेत्र जलमग्न है। जिधर भी देखो पानी ही पानी दिख रह है। राष्ट्रीय आपदा अधिकारियों ने कहा कि पिछले 24 घंटों में मरने वालों में आठ बच्चे शामिल हैं। बता दे की पाकिस्तान में बारिश और ग्लेशियर के पिघलने के कारण बाढ़ आई थी। शरीफ ने कहा कि सरकार ने पीड़ितों के लिए नकद सहायता को बढ़ाकर 70 अरब पाकिस्तानी रुपए (313.90 मिलियन डॉलर) कर दिया है। वही बेघर लोगो के लिए 200,000 टेंट खरीदा जाएगा। हमें इस आपदा से निपटने के लिए खरबों रुपये की आवश्यकता होगी। इस आपदा में संयुक्त राष्ट्र ने भी बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए 160 मिलियन डॉलर की सहायता राशि की घोषणा की है। बता दे कि प्रभावित लोगों में सबसे ज्यादा सिंध वासी हैं क्योंकि यहां पानी के तेज बाहव से झील का किनारा क्षतिग्रस्त हो गया है। वही यहां से 1 लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर विस्थापित कर दिया गया है।

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