Russia-Ukraine War : 9 मई को लेकर क्यों डरा हुआ है यूरोप? पुतिन कर सकते हैं ये बड़ा ऐलान
Russia-Ukraine War : 9 मई के दिन ही द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान रूस की लाल सेना ने नाजी फौज को हराकर अपने देश को बचाया था, तब से लेकर अबतक 9 फरवरी को रूस में विक्टरी डे मनाया जाता है...
Russia-Ukraine War : रूस और यूक्रेन के बीच 24 मई को शुरू हुआ युद्ध अब भी थमा नहीं है। रूसी सेना (Russian Army) की ओर से लगातार हमले जारी हैं, वहीं दूसरी ओर अमेरिका और ब्रिटेन यूक्रेन को मदद की अपील कर चुके हैं। इस बीच यूरोपीय देशों की नौ मई को लेकर टेंशन बढ़ती जा रही है। दरअसल 9 मई को विक्टरी डे परेड (Russian Victory Day Parade) है। यह परेड नाजी जर्मनी (Nazi Germany) के खिलाफ रेड स्क्वायर पर मिली जीत के रूप में मनाई जाती है। इस बार इसकी 77वीं वर्षगांठ है। पुलिस सेना को इस मौके पर संबोधित करेंगे। यूरोपीय देशों ने आशंका जताई है कि इस मौके पर राष्ट्रपति पुतिन कयामत के दिन की चेतावनी दे सकते हैं।
इससे पहले यह आशंका जताई गई थी कि विक्टरी डे परेड के दिन पुतिन यूक्रेन (War Against Ukraine) के खिलाफ जंग का ऐलान कर सकते हैं क्योंकि रूसी सेना अभी तक मिलिट्री ऑपरेशन का नाम देकर हमले कर रही है।
हालांकि पश्चिमी देशों के इस दावे पर क्रेमलिन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। क्रेमलिन (Kremlin) के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि इसकी कोई संभावना नहीं है। यह बकवास है। लोगों को उन अटकलों को नहीं सुनना चाहिए कि बड़े पैमाने पर सेना उतारने का फैसला हो सकता है।
प्रवक्ता ने कहा कि यह सच नहीं है। हालांकि रूस के वादों और दावों पर यकीन करना इतना आसान नही है क्योंकि 23 फरवरी की रात तक पुतिन से लेकर रूस के हर नेता और प्रवक्ता कह रहे थे कि उनका देश यूक्रेन के खिलाफ कोई भी सैन्य कार्रवाई नहीं करेगा लेकिन 24 फरवरी को तड़के ही रूसी सेना ने यूक्रेन पर धावा बोल दिया था।
9 मई के दिन ही द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान रूस की लाल सेना ने नाजी फौज को हराकर अपने देश को बचाया था। तब से लेकर अबतक 9 फरवरी को रूस में विक्टरी डे मनाया जाता है। द्वितीय विश्व युद्ध में अकेले सोवियत रूस से करीब 2.7 करोड़ नागरिकों की मौत हुई थी। तब शायद ही कोई रूसी परिवार ऐसा बचा था जिसने किसी न किसी करीबी को न खोया हो।
रूसी रक्षा मंत्रालय (Russian Defence Ministry) ने बताया कि विक्टरी डे परेड के दिन सेंट बेसिल कैथेड्रल के ऊपर एक फ्लाई-पास्ट का आयोजन किया जाएगा। इसमें रूसी वायु सेना के सुपरसोनिक लड़ाकू विमान, टीयू 160 रणनीतिक बमबर्शक और 2010 के बाद पहली बार आईएल 80 डूम्सडे कमांड प्लेन उड़ान भरेगा।
रूस का डूम्सडे कमांड प्लेन परमाणु हमले की स्थिति में पुतिन समेत देश के शीर्ष अधिकारियों को सुरक्षित ठिकाना बना सकता है। यह प्लेन कई तरह की हाईटेक तकनीक से लैस है जिसे राष्ट्रपति के लिए हवा में एक कमांड पोस्ट की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है।
पुतिन ने कई बार यूक्रेन में युद्ध की तुलना सोवियत संघ के सामने उस चुनौती से की है जब 1941 में अडॉल्फ हिटलर के नाजियों ने आक्रमण किया था। पुतिन ने 24 फरवरी को यूक्रेन में स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन का ऐलान किया था। उसके बाद से ही रूस वैश्विक अलगाव का सामना कर रहा है। पश्चिमी देशों के दावे के मुताबिक इस जंग में अबतक आठ रूसी मिलिट्री जनरल मारे जा चुके हैं।