Russia-Ukraine War : 'मेरी मौत के बाद चार्टर भेजने का कोई मतलब नहीं', यूक्रेन-रूस युद्ध में घायल हरजोत सिंह ने बयां किया दर्द, सरकार से मांगी मदद
Russia-Ukraine War : हरजोत सिंह ने कहा है कि मैं उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं, हर दिन में कहते हैं कि हम कुछ करेंगे लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं मिली है...
Russia-Ukraine : रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में कई गोलियों से घायल एक भारतीय छात्र हरजोत सिंह की के एक अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। उन्होंने अपनी आपबीती सुनाई है। हरजोत सिंह ने सरकार से मदद मांगी है। बता दें कि यूक्रेन की राजधानी कीव से भागने की कोशिश में भारतीय छात्र हरजोत सिंह कई गोली लगने से घायल हो गए हैं। अब उनका गुस्सा भारतीय दूतावास पर फूट पड़ा है। कीव के एक अस्पताल में इलाज करा रहे हरजोत सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि उसे हर दिन भारतीय दूतावास से आश्वासन मिला लेकिन कोई मदद नहीं मिली।
बता दें कि हरजोत सिंह ने कहा है कि 'मैं उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं, हर दिन में कहते हैं कि हम कुछ करेंगे लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं मिली है।
मौत के बाद विमान भेजने का फायदा नहीं
यूक्रेन से निकालने की गुजारिश करते हुए हरजोत सिंह ने कहा है कि 'मेरी मौत के बाद विमान भेजने का कोई मतलब नहीं है। मौत के बाद यदि आप चार्टर (विमान) भेजते हैं तो कोई फर्क नहीं पड़ता। भगवान ने मुझे दूसरा जीवन दिया है, मैं इसे जीना चाहता हूं। मैं एंबेसी से यहां से निकाले जाने की अपील करता हूं, मुझे व्हीलचेयर जैसी सुविधाएं प्रदान करें। मेरा पेपर वर्क पूरा कराने में मदद करें।
हरजोत सिंह ने सुनाई आपबीती
बता दें कि भारतीय छात्र ने 27 फरवरी की आपबीती भी सुनाई है। हरजोत सिंह ने बताया कि यूक्रेन से भागने के प्रयास के दौरान उसे गोली मार दी गई थी। हरजोत ने कहा कि 'एक कैब में 3 लोग थे, तीसरे चेक पोस्ट के पास हमें सुरक्षा कारणों से लौटने के लिए कहा गया था। वापस आते समय, हमारी कार पर कई गोलियां चलाई गईं, जिससे मुझे कई गोलियां लगी।'
यूक्रेन में एक भारतीय छात्र की मौत
बता दें कि हाल ही में 1 मार्च को एक युवा भारतीय मेडिकल छात्र कर्नाटक के नवीन को खारकीव शहर में गोली लगने से मौत हो गई थी, जब नवीन अपने और अपने साथी छात्रों के लिए भोजन आने के लिए निकला था। बता दें कि भारत यूक्रेन के पश्चिमी पड़ोसियों जैसे रोमानिया, हंगरी और पोलैंड से विशेष उड़ानों के माध्यम से अपने नागरिकों को निकाल रहा है क्योंकि 24 फरवरी से यूक्रेनी हवाई क्षेत्र रूसी सैन्य हमले के कारण बंद है।