झूठ बोलने पर अमेरिकी चैनलों ने बीच मे रोका ट्रम्प का भाषण, क्या भारत की मीडिया ऐसा कर सकती है?
अमेरिका में चल रहे चुनाव के बीच नतीजे सामने आने के बाद अपनी हार महसूस कर रहे डोनाल्ड ट्रम्प पहली बार व्हाइट हाउस में अपना सम्बोधन रख रहे थे, जिसे कवर करने के लिए मीडिया भी मौजूद था, ट्रम्प ने जैसे ही अपनी बात रखना शुरू की, वे झूठे दावे करने लगे....
जनज्वार। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के 17 मिनट के भाषण को अमेरिकी मीडिया ने रोक दिया। अमेरिका के तीन शीर्ष न्यूज चैनलों ABC, NBC और CBS ने इसे देश की स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया के खिलाफ माना और व्हाइट हाउस से ट्रम्प का लाइव कवरेज रोक दिया।
ट्रम्प ने आरोपों की झड़ी तो लगाई पर इसका कोई आधार या सबूत पेश नहीं कर सके। जिसके बाद अमेरिका के कुछ प्रमुख संस्थानों ने ट्रम्प का कवरेज बीच मे ही रोक दिया। लेकिन यहां एक बात प्रमुख है कि क्या भारत के न्यूज़ चैनल ऐसी हिम्मत या हिमाकत दिखा सकते हैं। हमारे सवाल का जवाब होगा नहीं, बिल्कुल भी नहीं कर सकते।
दरअसल अमेरिका में चल रहे चुनाव के बीच नतीजे सामने आने के बाद अपनी हार महसूस कर रहे डोनाल्ड ट्रम्प पहली बार व्हाइट हाउस में अपना सम्बोधन रख रहे थे। जिसे कवर करने के लिए मीडिया भी मौजूद था। ट्रम्प ने जैसे ही अपनी बात रखना शुरू की, वे झूठे दावे करने लगे।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा 'ये चुनाव नतीजे मेरे खिलाफ चल रही साजिश का नतीजा हैं। डेमोक्रेट्स को अवैध वोट मिल रहे हैं। वे मुझसे चुनावी जीत छीनने की कोशिश कर रहे हैं। अगर लीगल वोट्स की गिनती की जाए तो मैं आसानी से जीत जाऊंगा। अब तक बैलेट्स गिने जा रहे हैं, मतलब चुनावों में धांधली हो रही है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ 'सीक्रेट काउंटिंग' चल रही है।'
अमेरिका के इन न्यूज़ चैनलों की सराहना करनी चाहिए। हो यह भी सकता है कि ट्रम्प की कुर्सी दरकती दिख रही हो जिसके बाद चैनल ऐसा दुस्साहस कर गए हों, लेकिन भारत के न्यूज़ टीवी वाले तो किसी पूर्व अथवा मझोले नेताओं के साथ भी ऐसा नहीं कर सकते। कारण विज्ञापन और धंधे पर लात पड़ने का खतरा मंडराता लगता हो। लेकिन मीडिया को अगर साख बचाकर रखनी है तो कुछ इनसे सीखना जरूर होगा।