Lakhimpur Kheri: मृतक के भाई हो, इसलिए तहजीब से बात कर रहे हैं, मृत पत्रकार के भाई को चैनल वालों ने धमकाया !
(लखीमपुर हिंसा में मृत पत्रकार रमन कश्यप के भाई ने एक मीडिया हाउस के पत्रकारों पर बड़ा आरोप लगाया है)
(सलीम मलिक की रिपोर्ट)
Lakhimpur Kheri : (जनज्वार)। मंत्रीपुत्र द्वारा आंदोलनरत किसानों को कथित रूप से कार से कुचलकर मौत के घाट उतार देने के मामले में चल रहे आरोप-प्रत्यारोपों के बीच एक मीडिया हाउस के पत्रकारों (Media House) के ऊपर एक बड़ा आरोप लगा है। यह आरोप घटना में मृत पत्रकार रमण कश्यप के भाई ने लगाया है। उनका एक वीडियो सामने आने के बाद अब लोग कह रहे हैं कि 'सरकार' से ज्यादा सकते में तथाकथित 'गोदी मीडिया' आ गया है।
आंदोलनकारी किसानों का कहना है कि घटना के कई फोटो व वीडियो वायरल हुए (Photos and Videos Viral) हैं फिर भी दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। वे आरोप लगाते हैं कि सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में हुई घटना के बाद भी कथित गोदी मीडिया मंत्री पुत्र सहित पूरी सत्ता को बचाने के लिए इस लोमहर्षक खूनी काण्ड को आंदोलनरत निहत्थे किसानों पर थोपने की पुरजोर कोशिश में जुटी है।
उनका कहना है कि इसी कोशिश में दैनिक जागरण नाम के एक अखबार ने घटना की रिपोर्टिंग ही इस तरह कर दी कि अगले दिन ट्विटर पर "दैनिक जागरण दलाल है" ट्रेंड हो गया। इस घटना के दूसरे दिन अब एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसमें मृत पत्रकार रमण कश्यप (Raman Kashtap) के भाई एक बड़े मीडिया घराने के कहे जा रहे पत्रकारों के बारे में कहते दिख रहे हैं कि "मृतक के भाई हो, इसलिए तहजीब से बात कर रहें हैं। नहीं तो हम लड़ाई करने में बहुत आगे रहते हैं।" उनका आरोप है कि मनमाफिक बयान न देने पर सुपारी किलर गुंडों की भाषा में धमकाया गया।
याद दिला दें कि लखीमपुर-खीरी की घटना में साधना न्यूज़ चैनल के रिपोर्टर बताए जा रहे रमन कश्यप की भी मौत हो गयी थी। आंदोलनकारी किसानों का कहना है कि है कि मंत्री पुत्र की कार के कुचलने से उनकी मौत हुई है। उनका कहना है कि लेकिन कथित गोदी मीडिया इसे किसानों का उत्पात बताकर किसान आंदोलन को बदनाम करने का बहाना तलाश रही है।
मृत पत्रकार का भाई वीडियो में कहता दिख रहा है कि आज तक मीडिया घराने के (मृतक का भाई वीडियो में साफ तौर पर नाम ले रहा है हालांकि जनज्वार न तो वीडियो की पुष्टि करता है न उस पत्रकार के आजतक से जुड़े होने की) पत्रकार मृत पत्रकार के घर आए थे। वीडियो में उसका आरोप है कि उन्होंने हर ढंग से मृतक के भाई से घटना का इल्जाम ऑन कैमरा किसानों पर लगवाने की कोशिशें की। पत्रकार के भाई का कहना है कि वह सिर्फ सच्चाई बताना चाहता था लेकिन वे लोग अपनी बात उसकी जुबान से निकलवाना चाह रहे थे।
मृतक के भाई का कहना था कि इन पत्रकारों का एक सूत्रीय एजेंडा यही था कि वो एक लाइन में यह कह दे कि "उनके भाई को किसानों ने मारा।" पत्रकार रमन के भाई के मुताबिक ये कथित गोदी मीडिया वाले पत्रकार की मौत में राजनीति कर रहे हैं। परिवार को धमकाया जा रहा कि वह किसानों के खिलाफ बोलें। इस मामले में उन्होंने धमकाने वाले पत्रकारों को 'आज तक' चैनल का बताते हुए वीडियो में बाकायदा उसका नाम भी लिया है।