Lakhimpur Kheri : दैनिक जागरण के खाते में गई बदनामी तो योगी सरकार ने घायलों-मृतकों को मुआवजे का किया एलान
(लखीमपुर की कवरेज के बाद जागरण की प्रतियां जलाई जा रहीं)
Lakhimpur Khiri (जनज्वार) : लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद गोदी मीडिया भी चर्चा में है। खासकर दैनिक जागरण। लेकिन इससे पहले आपको बता दें कि, एडीजी लॉ एण्ड आर्डर प्रशांत कुमार ने, रविवार लखीमपुर खीरी में मारे गए 4 किसानों के परिवारों को सरकार की तरफ से 45 लाख रुपये और एक सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है।
इसके अलावा राज्य की योगी सरकार सभी घायलों को 10 लाख रुपये दिए जाने का एलान किया है। किसानों की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। इसके अलावा मामले में हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जांच करेंगे। सरकार ने भले ही चुनाव को देखते हुए लेकिन अहम फैसला लिया है।
Govt will give Rs 45 lakhs & a govt job to the families of 4 farmers who died in Lakhimpur Kheri yesterday. The injured will be given Rs 10 lakhs. FIR will be registered based on farmers' complaint. Retired high court judge will probe the matter: ADG (Law & Order) Prashant Kumar pic.twitter.com/Yoc8pcU0sP
— ANI UP (@ANINewsUP) October 4, 2021
वहीं, दैनिक जागरण की कवरेज को लेकर लोग सेल्फी लेकर उसकी प्रतियां जला रहे हैं। यहां तक की ट्वीटर पर ट्रेंड कर रहा है दैनिक जागरण दल्ला है। इस तरह की इज्जत आज तक शायद ही किसी अखबार को मिली हो जितनी जागरण को मिली है। बताते चलें कि दैनिक जागरण अखबार ने लखीमपुर खीरी कांड को 'दुर्घटना' बताते हुए किसानों को उपद्रवी लिखा है।
You have seen Dainik Jagran's reporting on Hathras incident, you will also remember the news of Kathua rape case, & now see, the attack happened on the farmers & the farmers are calling themselves rioters, the conscience is dead Their. #दैनिक_जागरण_दलाल_है#लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/X9CEeo1rri
— Soniya Ambedkar (@SoniyaRNC) October 4, 2021
गौरतलब है कि, लखीमपुर में गांधी जयंती के एक दिन बाद रविवार 3 अक्टूबर को केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र ने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर कथित तौर पर वाहन चढ़ा दिया। ये किसान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का विरोध कर रहे थे। घटना के दौरान आठ किसानों की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक आठ लोगों की मौत हुई है जिसमें चार किसान शामिल थे बाकि 4 वो थे जो गाड़ी में सवार थे।
दैनिक जागरण के लखीमपुर खीरी संस्करण में आज फ्रंट पेज पर इस घटना की खबर प्रकाशित की गई है। खबर में अखबार किसानों को अराजक बताता है। खबर का शीर्षक दिया गया है- ''लखीमपुर में अराजक किसानों का उपद्रह, छह की मौत।" खबर में लिखा है- "महीनों से दिल्ली में जारी किसान आंदोलन की आग आखिरकार उत्तर प्रदेश आ पहुंची।
अमर उजाला और दैनिक जागरण ने जिस तरह #LakhimpurKheri की घटना के बारे में लिखा है उससे साफ़ पता चलता है कि किस अख़बार को जनता की पड़ी है किसे सरकार की।
— Ankit Lal 🏹 (@AnkitLal) October 4, 2021
पर जब तक लोग जागरण लेना बंद नहीं करते, तब तक कुछ नहीं बदलेगा।
किसानों और जनता को जागरण पढ़ना बंद करना होगा। pic.twitter.com/eYMnGKQjUj
लगभग एक से डेढ़ हफ्ते पहले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और खीरी के सांसद अजय मिश्र टेनी के एक बयान से नाराज प्रदर्शनकारी किसानों ने रविवार को मंत्री समर्थकों की गाड़ियों को सड़क पर रोककर पथराव किया और आग लगा दी। इसी बीच बेकाबू वाहन किसानों पर जा चढ़ा। इसमें चार किसानों की मौत हो गई जबकि घटना से आगबबूला किसानों के हमले में दो भाजपा समर्थक मार गए। दोनो पक्षों से मरने वालों की संख्या 8 बताई जा रही। एक पत्रकार की मौत सहित मृतकों की संख्या अब 9 पहुँच गई है।
Come forward and support farmer #दैनिक_जागरण_दलाल_है pic.twitter.com/YWsoLPLlv2
— Ajit Kumar (@Ajitk_mauzi) October 4, 2021
अखबार ने आगे लिखा है कि "मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना के तत्काल बाद अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार को मौके पर भेजा। उन्होंने कहा है कि घटना की तत्काल जांच की जाएगी और कोई दोषी बख्शा नहीं जाएगा। उधर टेनी ने मरने वालों की संख्या पांच बताते हुए आरोप लगाया है कि घटना का कारण पथराव और किसानों उग्र प्रदर्शन था।"