Lakhimpur Kheri : केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के बेटे समेत 13 के खिलाफ एफआईआर दर्ज
(लखीमपुर खीरी में चार किसानों समेत आठ लोगों की हुई मौत)
जनज्वार। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी कांड (Lakhimpur Kheri) के सिलसिले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र (Ajay Mishra) के बेटे आशीष की गिरफ्तारी की मांग के बीच किसान नेताओं (Farmers Leaders) की ओर से तिकोनिया थाने में व्यवसायी समेत तेरह अन्य के खिलाफ हत्या, दंगा सहित विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सुमित जायसवाल नाम के एक व्यक्ति ने उसी पुलिस स्टेशन पर अज्ञात लोगों के खिलाफ दंगा करने, लापरवाही के कारण मौत और हत्या के आरोप की एक अलग एफआईआर (FIR) दर्ज कराई थी।
तिकोनिया थाने (Tikonia Police Station) के एसएचओ बालेंदु गौतम ने पुष्टि की कि इस मामले में दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और इनमें से एक किसानों की शिकायत पर आधारित है।
रविवार 3 अक्टूबर को यूपी के लखीमपुर खीरी में आठ लोग मारे गए थे जिनमें चार किसान थे। किसानों का आरोप है कि केंद्रीय गृहराज्यमंत्री का बेटा आशीष एसयूवी चला रहा था। उसने प्रदर्शनकारी किसानों के ऊपर वाहन चढ़ाया। काफिले में मिश्रा के स्वामित्व वाली तीन एसयूवी थी।
हालांकि मिश्रा ने कहा कि उनका बेटा, जो एक बिजनेसमैन है, घटना के समय मौके पर नहीं था। केंद्रीय गृहराज्यमंत्री ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि मारे गए चार अन्य भाजपा कार्यकर्ता और एक कार चालक थे जिनकी 'किसानों द्वारा तलवार और लाठी से हमला' होने के बाद मृत्यु हो गई।
घटना को लेकर जहां यूपी पुलिस (UP News) चुप्पी साधे रही। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने मारे गए चार किसानों की पहचान लवप्रीत सिंह (20 वर्षीय), दलजीत सिंह (35 वर्षीय), नक्षत्र सिंह (60 वर्षीय) और गुरविंदर सिंह (19 वर्षीय) के रूप में की है। उन्होंने कहा कि 12-15 अन्य इस घटना में घायल हो गए। लखीमपुर खीरी जिला अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि किसान नेता तेजिंदर सिंह को गंभीर चोटें आई हैं।
विपक्षी दलों ने इस 'अमानवीय' और 'क्रूर' घटना को लेकर राज्य की भाजपा सरकार (BJP Govt) पर हमला बोला है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग की है। अखिलेश यादव ने अपने ताजा ट्वीट में कहा, "आज अहंकारी भाजपा का विकृत रूप व चेहरा जनता के सामने किसानों की हत्या के रूप में आया है। भाजपा के समर्थकों के सिर भी शर्म से झुक गये हैं। अन्नदाता के हत्यारों का साथ देने का अपराधबोध उनके गले से एक निवाला भी नीचे उतरने नहीं दे रहा है।"
ये नहीं गिरफ़्तारी है
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 4, 2021
ये तो जंग हमारी है!
आज अहंकारी भाजपा का विकृत रूप व चेहरा जनता के सामने किसानों की हत्या के रूप में आया है। भाजपा के समर्थकों के सिर भी शर्म से झुक गये हैं। अन्नदाता के हत्यारों का साथ देने का अपराधबोध उनके गले से एक निवाला भी नीचे उतरने नहीं दे रहा है। pic.twitter.com/H4sPlVuW6r
वहीं कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में कहा कि लखीमपुर में राजनीतिक तनाव के लिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और उनका बेटा जिम्मेदार है। भाजपा सरकार उन्हें क्यों बचा रही है? सरकार को हमें हिरासत में लेने की बजाय दोषी भाजपा नेताओं पर कार्रवाई करने में फुर्ती दिखानी चाहिए।
वहीं इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यहभी कहा कि उनकी सरकार इस मामले की गहराई से जांच करेगी और घटना के पीछे के लोगों का पर्दाफाश करेगी। उन्होंने इलाके में लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।