4 अक्टूबर को हो सकती है बीजेपी प्रत्याशियों की घोषणा, कई नए चेहरों को मिलेगा मौका
वैसे पहले दो अक्टूबर को ही चुनाव समिति की यह बैठक होनी थी, किन्तु अब यह बैठक चार को होगी, पार्टी में चर्चा है कि इस बार पार्टी कुछ नये चेहरों को जगह दे सकती है, पार्टी के टिकट के दावेदार पटना से दिल्ली तक की दौड़ लगा रहे हैं....
जनज्वार ब्यूरो, पटना। बिहार में पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है, पर अभी तक किसी भी प्रमुख दल ने अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की है। गठबंधनों के पेंच भी उलझे हुए हैं। लोजपा के पेंच के बीच कहा जा रहा है कि भाजपा प्रत्याशियों की घोषणा चार अक्टूबर को होगी। ऐसा इस आधार पर कहा जा रहा है कि उसी दिन पार्टी की केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक होनी है। केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक की तैयारियां शुरू हो गयी हैं।
वैसे पहले दो अक्टूबर को ही चुनाव समिति की यह बैठक होनी थी, किन्तु अब यह बैठक चार को होगी। पार्टी में चर्चा है कि इस बार पार्टी कुछ नये चेहरों को जगह दे सकती है। पार्टी के टिकट के दावेदार पटना से दिल्ली तक की दौड़ लगा रहे हैं। इस बीच विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार भाजपा प्रभारी देवेन्द्र फड़णवीस और भूपेन्द्र यादव की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ एक-दो बैठकें भी होंगी।
भाजपा के प्रभारी पटना पहुंच चुके हैं। उनकी बिहार भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ लगातार बातचीत हो रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में गठबंधन के तहत भाजपा ने १५६ उम्मीदवार दिये थे। पार्टी नेतृत्व पर इस बार अपने प्रत्याशियों की संख्या बढ़ाने का दबाव है।
पार्टी ने विभिन्न क्षेत्रों से दावेदारों का आवेदन भी मांगा था। पार्टी को दो हजार से अधिक आवेदन मिले हैं। पार्टी ने उन्हें चुनाव समिति के हवाले कर दिया है। देखना है कि चार की बैठक में कितने नये लोगों को जगह मिलती है। इसके पूर्व २०१० में पार्टी ने १०१ सीटों पर उम्मीदवार खड़े किये थे।
इसके साथ दूसरे दलों को छोडक़र भाजपा ज्वाइन करने वाले कई नेता भी टिकट के प्रबल दावेदार हैं। ऐसे नेताओं के समर्थक पार्टी मुख्यालय में हर दिन मजमा लगाये रहते हैं। चार को होनेवाली चुनाव समिति की बैठक पर सबकी निगाहें टिकी है।
उधर गुरूवार की रात लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। चिराग पासवान ने जेपी नड्डा के आवास पर अमित शाह से जाकर उनसे मुलाकात की। हालांकि दोनों के बीच क्या बात हुई इसको लेकर कोई खुलासा नहीं हुआ है।
एनडीए में लोक जनशक्ति पार्टी की स्थिति पर अब तक खामोश रहे चिराग पासवान ने कल अपनी चुप्पी तोड़ी थी और कहा था कि पार्टी हमारी मां है। कोई सोच रहा है कि इसे दबा लें, तो ये संभव नहीं। मेरे पिता ने भी यही कहा है कि पार्टी का हित हम सबसे पहले देखेंगे।