दिल्ली में फिर बढ़े कोरोना के मामले, 24 घंटों में 400 से ज्यादा नए केस, विशेषज्ञ बोले जल्द से जल्द हो टीकाकरण
दिल्ली में एक्टिव मामलों की संख्या गुरुवार को 2,020 से बढ़कर 2,093 हो गई जबकि पॉजिटिविटी रेट दर पिछले दिन 0.59 प्रतिशत से बढ़कर 0.60 प्रतिशत हो गई। शुक्रवार को होम आइसोलेशन के तहत लोगों की संख्या गुरुवार को 1,028 से बढ़कर 1,097 हो गई।
जनज्वार ब्यूरो। राजधानी दिल्ली में कोविड 19 के मामले एक बार फिर से तेजी से बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को एक दिन के भीतर 431 नए मामले सामने आए हैं। यह नए साल 2021 में एक दिन के भीतर सबसे ज्यादा संख्या है। जबकि देशभर में 24 घंटे में 24882 नए कोविड 19 के मामले सामने आए।
दिल्ली में संक्रमितों की संख्या 642870 पहुंच गई है जबकि शुक्रवार को कोविड 19 से दो मौतों के साथ मृतकों का आंकड़ा 10936 पार कर चुका है। राजधानी में 72031 कोविड टेस्ट के साथ ही पॉजिटिविटी रेट 0.60 दर्ज किया गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार को टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट की तकनीक को मजबूत करना चाहिए, जो पिछले कुछ महीनों के दौरान बीमारी से निपटने का सूत्र रहा है।
'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) में महामारी विज्ञान विभाग के पूर्व प्रमुख प्रो. ललित कांत ने कहा, "संक्रमण के दैनिक मामलों में अचानक ऊछाल के कई कारण हैं। टीकाकरण अभियान चल रहा है, लोगों ने पूरी तरह से एक मास्क पहनना छोड़ दिया है और हम छोटे समारोहों में भी कोई भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। हालांकि लोगों के लिए दिशानिर्देशों का पालन करना महत्वपूर्ण है, यह सरकार के लिए भी उतना ही जरूरी है कि यह सुनिश्चित करने के लिए कड़े उपायों को दोहराए।"
गुरुवार को नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल ने अचानक दिल्ली और एनसीआर में कोविड के अचानक मामलों की संख्या बढ़ने के बारे में बताया था और चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि दिल्ली, गुड़गांव, फरीदाबाद, गौतम बुद्ध नगर और गाजियाबाद में पॉजिटिव मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। शहर में सप्ताह के दौरान कुल 2,688 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
दिल्ली में एक्टिव मामलों की संख्या गुरुवार को 2,020 से बढ़कर 2,093 हो गई जबकि पॉजिटिविटी रेट दर पिछले दिन 0.59 प्रतिशत से बढ़कर 0.60 प्रतिशत हो गई। शुक्रवार को होम आइसोलेशन के तहत लोगों की संख्या गुरुवार को 1,028 से बढ़कर 1,097 हो गई।
दिल्ली सरकार द्वारा हाल ही में सीरोलॉजिकल निगरानी शुरू की गई थी जिसमें बताया गया था कि जिन लोगों का सर्वेक्षण किया गया उनमें से 56 प्रतिशत से अधिक लोगों ने वायरस के खिलाफ एंटीबॉडीज डेवलप कर ली है। प्रो. कांत ने कहा, 'लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमें शेष आबादी के बारे में भूल जाना चाहिए। शहर में शेष आबादी को संक्रमण होने की आशंका है।'
डॉ डांग लैब के संस्थापक डॉ. नवीन डांग ने कहा कि लगभग दो सप्ताह पहले तक ऐसा लगता था कि चीजें अच्छी थीं। "ऐसा लग रहा था कि हमने महामारी से अपना संघर्ष किया है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से पॉजिटिव मामलों के चलन ने साबित कर दिया है कि यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। डॉ. डांग के अनुसार, सामाजिक रूप से गैर जिम्मेदाराना व्यवहार मामलों में तेजी का प्रमुख कारण है। लोगों ने चेतावनियों को हवा में उड़ा दिया है।
'टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक, लोकनायक अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश ने भी कोविड के मामलों में तेजी के लिए उचित सामाजिक व्यवहार का पालन न करने को जिम्मेदार ठहराया है। एक्टिव मामलों में वृद्धि हुई है और इसलिए मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता हो रही है। यदि यह चलन गति पकड़ता है या मामले बढ़ते हैं तो हमें फिर से अस्पतालों में कोविड 19 मैनेजमेंट के लिए सुविधाएं बढ़ानी पड़ सकती हैं।