कोरोना की तीसरी लहर को आने से कोई नहीं रोक सकता, सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर की भविष्यवाणी

राघवन के मुताबिक, देश में कोरोना की तीसरी लहर का मतलब है दिल्ली में कम से कम पांचवीं लहर। लिहाजा पहले से भी कई गुना ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है....

Update: 2021-05-05 16:45 GMT

जनज्वार डेस्क। कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने देश में हाहाकार मचा रखा है। देश ऑक्सीजन और वैक्सीन की किल्लत झेल रहा है। महामारी से मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। वहीं इस बीच सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर विजय राघवन की भविष्यवाणी ने सबको चिंतित कर दिया है। राघवन के मुताबिक इसे आने से कोई नहीं रोक सकता।  

राघवन के मुताबिक, देश में कोरोना की तीसरी लहर का मतलब है दिल्ली में कम से कम पांचवीं लहर। लिहाजा पहले से भी कई गुना ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। तीसरी लहर कब आएगी, इस बारे में विशेषज्ञ फिलहाल कुछ भी पुख्ता तौर पर कहने की स्थिति में नहीं है।

उनके मुताबिक ये भी हो सकता है कि देश में जब तीसरी लहर आए तब तक दिल्ली पांचवीं या छठी लहर का सामना कर रही हो। कोई अन्य शहर या राज्य तब पहले ही तीसरी या चौथी लहर से जूझ रहा हो। इसलिए अगर मौजूदा लहर ढलान की तरफ जाए तब भी बहुत ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है। लंबी लड़ाई है और सतर्कता व ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन ही मात्र बचाव हैं।

राघवन के मुताबिक, इन्फेक्शन के बाद शरीर में सक्रिय हुए एंटीबॉडीज और वैक्सिनेशन के बाद पैदा हुई इम्युनिटी के बाद भी खतरा मौजूद रहेगा। कोरोना अपना रूप बदलेगा। हमें इसकी तैयारी करनी होगी और वैक्सीन को भी अपडेट करने की जरूरत होगी।

राघवन ने कहा कि कोरोना की पहली लहर दो फैक्टर की वजह से कम हुई। जिन लोगों को इंफेक्शन हुआ उनमें इम्युनिटी भी डिवेलप हुई और मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग सहित बचाव के जो भी कदम उठाए गए उससे संक्रमण फैलना कम हुआ। बचाव के कदमों में ढिलाई बरती तो संक्रमण फैलना फिर शुरू हुआ।

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