मुरैना में बुजुर्ग को लगाई वैक्सीन की 3 डोज, पहली कोवीशील्ड दूसरी डोज काेवैक्सिन आपत्ति के बाद दिया तीसरा भी डोज
जब बुजुर्ग ने प्रमाण पत्र देखा तो उसमें 10 जुलाई को कोवीशील्ड का दूसरा डोज लगाना बताया गया था, जबकि 10 जुलाई को उन्हें कोई डोज नहीं लगाया गया था। दूसरा डोज कोवैक्सिन का 6 जून को लगाया गया था...
जनज्वार। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में वैक्सीन लगाने में एक बुजुर्ग को पहले कोवीशील्ड का डोज लगाया फिर दूसरा डोज कोवैक्सिन का लगा दिया। जब बुजुर्ग ने इस पर आपत्ति जताई तो स्वास्थ्यकर्मी ने कागजों में फर्जी तीसरा डोज भी दर्ज कर दिया। इसके बाद बुजुर्ग को एक ही कंपनी के दोनों डोज लगाने का प्रमाण पत्र थमा दिया।
दो कंपनियों के अलग-अलग वैक्सीन के डोज लगने के बाद बुजुर्ग तबीयत खराब होने की बात कह रहे हैं। मुरैना शहर के रामनगर निवासी 60 साल के जयप्रकाश अग्रवाल ने कृष्णा गार्डन में बनाए गए टीकाकरण केंद्र पर 4 अप्रैल को पहला डोज लगवाया था। उस दिन उन्हें कोवीशील्ड वैक्सीन का पहला डोज लगाया गया था। दूसरा डोज लगवाने के लिए उन्हें 6 जून को बुलाया गया।
जयप्रकाश ने 4 अप्रैल को मिला प्रमाण पत्र नर्स को दिया। उसके बाद नर्स ने दूसरा टीका लगा दिया। वहां बताया गया कि दूसरा डोज कोवैक्सिन का लगाया है। कुछ देर बाद जब उन्होंने टीकाकरण का प्रमाण पत्र मांगा तो मौजूद कर्मचारियों ने प्रमाण पत्र देने से इनकार कर दिया। जयप्रकाश अग्रवाल घर लौट आए। कुछ दिन बाद उनके सिर के आधे हिस्से में दर्द रहने लगा। इसके साथ ही बुखार आने लगा।
10 जुलाई को उन्हें स्वास्थ्य विभाग ने बुलाया और दोनों डोज के टीकाकरण का प्रमाण पत्र थमा दिया। जब बुजुर्ग ने प्रमाण पत्र देखा तो उसमें 10 जुलाई को कोवीशील्ड का दूसरा डोज लगाना बताया गया था, जबकि 10 जुलाई को उन्हें कोई डोज नहीं लगाया गया था। दूसरा डोज कोवैक्सिन का 6 जून को लगाया गया था।
जयप्रकाश अग्रवाल का कहना है कि मैं दिल का मरीज हूं। दूसरा डोज गलत लगने के बाद से मेरे सिर में दर्द हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग के स्थानीय अधिकारी ने मुझे यह बात लिखकर दी है कि गलती से दूसरा डोज कोवैक्सिन का लग गया है। अफसरों ने अपनी गलती सुधारने के लिए रिकॉर्ड में मेरा तीसरी बार टीकाकरण कर दिया है। समझ में नहीं आ रहा है कि अब मैं क्या करूं?
वहीं इस मामले में CMHO डॉ. एडी शर्मा का कहना है कि ऐसा प्रकरण तो कभी हमारे सामने नहीं आया है। यह आश्चर्यचकित करने वाली बात है। दोनों डोज गलत लग जाने के बाद सेहत पर दुष्प्रभाव पड़ने का कोई मामला देशभर में अभी तक सामने नहीं आया है। यह गलती कैसे हुई और इस गलती को छिपाने के लिए तीसरी बार फर्जी वैक्सीनेशन कर दिया गया। इस मामले की जांच कराई जाएगी। इसके साथ ही दोषियों पर विधिवत कार्रवाई की जाएगी।