देश मना रहा अम्बेडकर जयंती और दबंग बिहार में नाबालिग दलित लड़के से चटवाया गया थूक

बिहार में मानवता को तार-तार करते हुए पंचायत चुनाव में दलित नाबालिग युवक द्वारा गांव के पूर्व प्रधान की मदद न करने पर पहले उसको जबरन खुद का और बाद में वहां मौजूद अन्य लोगों का थूक भी चटवाया गया...

Update: 2021-04-14 11:31 GMT

जनज्वार। मोदी सरकार और भाजपा अकसर अपना वोट बैंक मजबूत करने के लिए हिंदू राष्ट्र की बात करती है, इन्हीं हिंदुओं में दलित भी आते हैं जिनके साथ होने वाली अमानवीयता की खबरें अकसर मीडिया की सुर्खियां रहती हैं। लगता है हिंदू तो छोड़िये दलित इंसान ही नहीं होता, दलित हिंदू सिर्फ वोट बैंक भुनाने के वक्त हो जाता है।

अब दलितों के साथ दरिंदगी का एक मामला बिहार के गया से सामने आया है, जहां मानवता को तार-तार करते हुए दलित युवा से जबरन थूक चटवाया गया। जानकारी के मुताबिक यहां पंचायत चुनाव में दलित युवक द्वारा गांव के पूर्व प्रधान की मदद न करने पर पहले उसको जबरन खुद का और बाद में वहां मौजूद अन्य लोगों का थूक भी चटवाया गया।

हालांकि ग्रामीणों द्वारा कहा जा रहा है कि पीड़ित दलित युवक किसी लड़की के साथ भाग गया था और वापस आने पर एक सप्ताह पूर्व दोनों परिवारों के बीच उक्त पूर्व मुखिया के दरवाजे पर पंचायत लगी और मामले में युवक थूक चाटने का दंड एवं आगे से ऐसा नहीं करने के वचन पर खत्म हुआ। इसके बाद युवक अपने परिजन सहित कहीं चला गया और दूसरा वीडियो बनाकर वायरल किया। एसएसपी ने भी बताया है कि प्रथम जांच रिपोर्ट में पीड़ित युवक द्वारा किसी लड़की को प्रेम प्रसंग में भगा ले जाने एवं उसके बाद घर वापसी पर यह अनैतिक फैसला सुनाया गया है। यह शर्मिंदगी भरा कृत्य नीतीश राज में तब हुआ, जबकि बड़े पैमाने पर कोरोना फैल रहा।

सजा के बतौर दलित को न केवल कई लोगों का थूक चटवाया गया, बल्कि कान पकड़कर जबरन उठक-बैठक भी लगवायी गयी। उसके बाद जातिसूचक गालियां देते हुए हिदायत दी गयी कि आगे से वह किसी के सामने सिर उठाने का दुस्साहस न करे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

दलित युवक ने पुलिस को यह भी बताया कि गया के वजीरगंज थानान्तर्गत ग्राम कढ़ौना में ग्राम पंचायत चुनाव हैं, जहा पर उसने गांव के पूर्व प्रधान की चुनाव में मदद करने से मना कर दिया था। दलित युवक को गांव के पूर्व प्रधान के गुर्गो ने कई बार हड़काया, मगर वह फिर भी इंकार करता रहा तो प्रधान के गुंडे दलित युवक को जबरन घर से उठा कर पूर्व प्रधान के घर ले गये और उसको मारते हुए जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया।

बाद में दलित युवक को अपना थूक थूककर चाटने के लिए कहा गया, डर के मारे उसने थूक चाट लिया, मगर दबंग इतने पर भी नहीं माने। उसके बाद दलित नाबालिक युवक को उसके आसपास खड़े सभी लोगों का थूक चटवाया गया।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दलित युवक को जबरन थूक चटवाने वाले वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि किस तरह उसके साथ दरिंदगी की जा रही है।

यह मामला जब गया एसएसपी आदित्य कुमार के संज्ञान में आया तो एडिशनल एसपी के नेतृत्व में एक टीम गठित कर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की गई। इससे संबंधित मामला वजीरगंज थाने में दर्ज कर लिया गया है और अभी तक छह लोगों बिठल सिंह उर्फ धर्मेन्द्र कुमार, गौतम कुमार, दिलीप मांझी, विजय मांझी, इंदल मांझी एवं लालजीत कुमार को गिरफ्तार किया गया है।

वीडियो में दिख रहे 6 लोगों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर दिया गया है। सभी गिरफ्तार लोगों ने वायरल वीडियो में घटित घटना में संलिप्त होने की बात को स्वीकार लिया है। इस संबध में वजीरगंज थाना कांड सं0-159/21 दिनांक 12.04.2021 को 341/342/323/504/506 समेत अन्य कई धाराओं के तहत केस दर्ज कर दिया गया है।

लड़के का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पूर्व मुखिया पति अभय सिंह उर्फ अबलू सिंह ने भी अपने बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया है, जिसमें उसने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक रंजिश बताया है। इसमें कहा गया है कि दो दलित परिवारों के बीच विवाद का मामला है, जो पीड़ित युवक के सामने आने पर साफ हो जाएगा।

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