Chhattisgarh News : सर्व आदिवासी समाज ने किया जेल भरो आंदोलन, इन मांगों के साथ निकाली विशाल रैली, कई गिरफ्तार

Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बालोद जिले में सर्व आदिवासी समाज ने अपनी तीन सूत्री मांगों को लेकर आज जिला मुख्यालय में विशाल रैली निकाली...

Update: 2022-06-17 12:27 GMT

Chhattisgarh News : सर्व आदिवासी समाज ने किया जेल भरो आंदोलन, इन मांगों के साथ निकाली विशाल रैली, कई गिरफ्तार

Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) के बालोद जिले में सर्व आदिवासी समाज ने अपनी तीन सूत्री मांगों को लेकर आज शुक्रवार को जिला मुख्यालय में विशाल रैली निकाली। बता दें कि इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम, पूर्व सांसद सोहन पोटाई सहित हजारों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग शामिल हैं।

पुलिस ने की कई गिरफ्तारियां

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रैली निकाल समाज के लोग पाटेश्वर धाम के प्रमुख बाबा बालक दास की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। साथ ही सिलगेर गोली कांड और हसदेव अभयारण्य की कटाई का भी विरोध कर रहे हैं। वहीं पुलिस फोर्स ने जय स्तम्भ चौक में रैली को रोका और कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि कुछ दिन पहले तुएगोंदी के ग्रामीणों और जामड़ी पाटेश्वर धाम के बीच हुए विवाद को लेकर सर्व आदिवासी समाज के लोग बाबा बालक नाथ की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। यही वजह है कि आज बड़े स्तर पर जेल भरो आंदोलन किया जा रहा है।

सरकार की तरफ से नहीं मिलता कोई न्याय

समाज के लोगों का कहना है कि प्रदेश में सरगुजा से लेकर बस्तर में चल रहे आदिवासी आंदोलनों में अब तक सरकार की तरफ से किसी तरह का न्याय नहीं मिला है, इसी वजह से प्रदेशभर के आदिवासियों में आक्रोश है। दरअसल, सर्व आदिवासी समाज का कहना है कि, बस्तर के सुकमा-बीजापुर जिले की सरहद पर स्थित सिलगेर में मई 2021 में जवानों ने निर्दोष ग्रामीणों को गोली मारी थी। मारे गए लोगों को नक्सली बताया गया था। जांच के बाद पता चला था कि वे किसान और गांव के ग्रामीण थे। लेकिन, अब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई है।

बड़े स्तर पर हो रहा जेल भरो आंदोलन

बता दें कि समाज के लोगों ने कहा कि सरगुजा के हसदेव अरण्य परसा कोल को लेकर ग्राम सभा और प्रदेशभर के विरोध के बाद भी आदिवासी गांवों को उजाड़ा जाएगा। लाखों पेड़ काट दिए जाएंगे। इस काम को पूर्णतः बंद करने की मांग को लेकर अब प्रदेश स्तरीय जेल भरो आंदोलन कर रहे हैं । साथ ही आदिवासी समाज का आरोप है कि बालोद के डौंडी ब्लॉक में तुएगोंदी में आदिवासी समाज के सदस्य पारंपरिक पूजा कर रहे थे। वहां गुंडे बुलाकर तलवार, लाठी, कांच की बोतलों और पत्थर से हमला किया गया था, जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। जान से मारने की धमकियां दी गईं थी। इसका विरोध भी किया गया था लेकिन, आरोपियों पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई।


(जनता की पत्रकारिता करते हुए जनज्वार लगातार निष्पक्ष और निर्भीक रह सका है तो इसका सारा श्रेय जनज्वार के पाठकों और दर्शकों को ही जाता है। हम उन मुद्दों की पड़ताल करते हैं जिनसे मुख्यधारा का मीडिया अक्सर मुँह चुराता दिखाई देता है। हम उन कहानियों को पाठक के सामने ले कर आते हैं जिन्हें खोजने और प्रस्तुत करने में समय लगाना पड़ता है, संसाधन जुटाने पड़ते हैं और साहस दिखाना पड़ता है क्योंकि तथ्यों से अपने पाठकों और व्यापक समाज को रू—ब—रू कराने के लिए हम कटिबद्ध हैं।

हमारे द्वारा उद्घाटित रिपोर्ट्स और कहानियाँ अक्सर बदलाव का सबब बनती रही है। साथ ही सरकार और सरकारी अधिकारियों को मजबूर करती रही हैं कि वे नागरिकों को उन सभी चीजों और सेवाओं को मुहैया करवाएं जिनकी उन्हें दरकार है। लाजिमी है कि इस तरह की जन-पत्रकारिता को जारी रखने के लिए हमें लगातार आपके मूल्यवान समर्थन और सहयोग की आवश्यकता है।

सहयोग राशि के रूप में आपके द्वारा बढ़ाया गया हर हाथ जनज्वार को अधिक साहस और वित्तीय सामर्थ्य देगा जिसका सीधा परिणाम यह होगा कि आपकी और आपके आस-पास रहने वाले लोगों की ज़िंदगी को प्रभावित करने वाली हर ख़बर और रिपोर्ट को सामने लाने में जनज्वार कभी पीछे नहीं रहेगा, इसलिए आगे आयें और जनज्वार को आर्थिक सहयोग दें।)

Tags:    

Similar News