राजस्थान में दलित महिला के साथ गैंगरेप के बाद गुप्तांग में डाली बोतल, पुलिस ने दर्ज नहीं की एफआईआर
राजस्थान के नागौर जिले में दरिंदगी से भरी एक खौफनाक घटना सामने आयी है। नागौर में तीन लोगों ने एक दलित महिला के साथ पहले सामूहिक बलात्कार किया और फिर सारी हदें पार करते हुए महिला के प्राइवेट पार्ट में बोतल घुसा दी.....
जनज्वार। महिलाओं-बच्चियों के साथ होनी वाली दरिंदगी की घटनायें कम होने के बजाय लगातार बढ़ती जा रही हैं और हमारी सरकार बेटी पढ़ाओ—बेटी बढ़ाओ के दावे करती है। हाथरस और बलरामपुर जैसी दर्जनों घटनायें होती रहती हैं। दलित महिलाओं-बच्चियों के साथ होने वाली दरिंदगी तो शायद और भी ज्यादा है।
अब राजस्थान के नागौर जिले में दरिंदगी से भरी एक खौफनाक घटना सामने आयी है। नागौर में तीन लोगों ने एक दलित महिला के साथ पहले सामूहिक बलात्कार किया और फिर सारी हदें पार करते हुए महिला के प्राइवेट पार्ट में बोतल घुसा दी।
इस दरिंदगी के बाद दलित पीड़िता लहूलुहान हो गयी और दर्द से छटपटाती रही, मगर दरिंदों का दिल नहीं पसीजा। किसी तरह पीड़िता अपने घर पहुंची और परिजनों को घटना के बारे में बताया।
मीडिया में आयी खबरों के मुताबिक महिला को तीनों आरोपियों ने सामूहिक बलात्कार के बाद धमकाया कि अगर किसी को भी इस घटना के बारे में बताया तो जान से मार देंगे। धमकी से महिला के परिजन भी डर गये, मगर बाद में जब इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करवाने पुलिस के पास गये तो पुलिस बहाने बनाने लगी। कहा जा रहा है कि पुलिस द्वारा आनाकानी के बाद पहले तो समझौते का दबाव डाला गया, बाद में बड़ी मुश्किलों से मामला दर्ज किया। बाद में इस घटना के बारे में पुलिस ने बताया कि, यह मामला नागौर जिले के परबतसर इलाके के गांगवा गांव की है।
घटनाक्रम के मुताबिक महिला बीते 19 जनवरी को पड़ोस के ही खेत में बने मकान में मट्ठा लेने गयी थी। जब दलित महिला छाछ ले रही थी, तभी पास के खेतों में काम कर रहे तीन युवक उसके पास आए और जबरदस्ती करने लगे। उसने तीनों युवकों के चंगुल से भागने की की भरसक कोशिश की, मगर उन तीनों ने उसे पकड़ लिया और उसे वहां से खींचते हुए ले गये। गैंगरेप बल्कि उन्होंने एक बोतल को महिला के प्राइवेट पार्ट में घुसा दिया, जिससे दर्द के मारे वह चीखती-चिल्लाती रही।
इस घटना पर थाना प्रभारी रूपाराम चौधरी ने मीडिया को जानकारी दी कि मामले की जानकारी डिप्टी एसपी मकराना सुरेश कुमार सामरिया को दे दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार, महिला पड़ोसी पांचूराम जाट के खेत पर छाछ लेने गई थी। महिला को अकेली पाकर पांचूराम जाट व उसके साथी कानाराम जाट व श्रवण गुर्जर ने उसे डरा-धमकाकर बलात्कार किया। फिलहाल तीनों आरोपी गांव से फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।
हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के मुताबिक इस मामले मे चौंकाने वाली बात यह रही कि जब दहशत के बीच जी रहे परिवार के एक सदस्य ने हिम्मत करके तत्कालीन थाना प्रभारी को इस घटना की जानकारी तो थाना प्रभारी ने केस इसलिए नहीं दर्ज किया, क्योंकि उनका इस थाने से तबादला हो गया था। वहीं, पुलिस की लापरवाही की हद तो तब हो गई जब पुराने थाना प्रभारी के ट्रांसफर के बाद आए नए थाना प्रभारी ने भी परिवार की शिकायत के बाद मामला नहीं दर्ज किया।