पूर्व IAS ने जताया शक, उन्नाव की तीसरी बेटी की जान बचेगी तब आयेगी सच्चाई सामने, कहीं हाथरस जैसा न हो हश्र
पूर्व आईएएस कहते हैं, उन्नाव की तीसरी बेटी की जान बच जाये तो सच्चाई सामने आये, नहीं तो यूपी में सच छुपाने का खेल हाथरस में देख चुके हैं। यहाँ भी 3 बेटियों द्वारा अपने आपको बांध कर ज़हर खाने की देश की पहली कपोल कल्पित कहानी सामने न आ जाये....
जनज्वार, उन्नाव। यूपी के उन्नाव में 17 फरवरी को दोपहर के बाद खेत में चारा लेने गयीं 3 दलित लड़कियां बंधी हुयीं बरामद की गयी हैं। उनमें से 2 की मौत हो चुकी है और तीसरी जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर तमाम लोग टिप्पणियां कर रहे हैं और शक जताया जाने लगा है कि अपराधियों को बचाने के लिए कहीं हाथरस जैसा कांड अंजाम न दे दिया जाये।
ट्वीटर पर खासा सक्रिय रहने वाले पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्यप्रताप सिंह ने ट्वीट किया है, उन्नाव की तीसरी बेटी की जान बच जाये तो सच्चाई सामने आये, नहीं तो यूपी में सच छुपाने का खेल हाथरस में देख चुके हैं। यहाँ भी तीन बेटियों द्वारा अपने आपको बांध कर ज़हर खाने की देश की पहली कपोल कल्पित कहानी सामने न आ जाये। उन्नाव की बेटियों को न्याय मिलना चाहिए।'
अरुण कुमार सिंह ने ट्वीट किया है, 'लड़की को सबसे अच्छा इलाज करवाना चाहिए ... अगर एम्स दिल्ली या जहां भी उसे सबसे अच्छा इलाज मिल सकता है, वहां एयर एम्बुलेंस किराए पर लेने की जरूरत है .... राष्ट्र का उस पर एहसान है ...।'
ओमप्रकाश त्रिपाठी ने ट्वीट किया है, 'राम राज की ओट में बाबा रामरहीम का राज चल रहा है।'
इंदर ने ट्वीट किया है, 'जब कांग्रेस सरकार केंद्र मे थी तब बीजेपी महंगाई के लिये घरना प्रदर्शन कर रही थी....। आज उन्हीं प्रदर्शनकारियों की केंद्र में सरकार है और कांग्रेस मौन धारण कर बैठी है, इसलिए आज विपक्ष की आवाज बामसेफ ही है।'
सोनिया खरे सिन्हा ने ट्वीट किया है, 'हाथरस का क्या हुआ पता नहीं, अब और एक केस हाय राम अब कब अवतार लेंगे आप। अन्याय की पराकाष्ठा हो चुकी है।'
आंदोलनजीवी प्रवीन पाराशर ने ट्वीट किया है, 'क्या पता डीएम साहब वहां भी पहुंच जाएं और समझाएं कि आपको तो हमारे साथ ही रहना है।'