ऑनर किलिंग : दलित लड़के से शादी करना चाहती थी बेटी, इसलिए बाप ने कर दिया कत्ल
दौसा की 19 वर्षीय युवती पिंकी सैनी रोशनलाल नाम के दलित युवक से प्यार करती थी और उससे शादी करना चाहती थी, मगर परिजनों ने 16 फरवरी को किसी और युवक के साथ जबरन उसकी शादी करवा दी, जिसके 3 दिन बाद बेटी घर से प्रेमी के पास चली गयी तो उसकी हत्या कर दी...
जनज्वार, जयपुर। प्रेम की कीमत लड़कियों को हमारे समाज में अक्सर चुकानी पड़ती है। ज्यादातर मामलों में मां-बाप ही लड़कियों को मौत के घाट उतार देते हैं, मानो प्रेम करना दुनिया का सबसे बड़ा गुनाह है। अभी यूपी में बेटी का सिर काटकर थाने पहुंचे पिता की खबर ठंडी भी नहीं पड़ी थी कि दौसा राजस्थान से भी अपनी बेटी को मौत के घाट उतारने वाले पिता का नृशंस चेहरा सामने आया है।
राजस्थान के दौसा में ऑनर किलिंग (Honor Killing) के इस बड़े मामले में प्रेमी के साथ लिव इन रिलेशन में रह रही एक लड़की को उसके ही पिता ने मौत के घाट उतार दिया और बाद में पुलिस थाने जाकर खुद को सरेंडर कर दिया। यहां मौत के घाट उतार दी गयी लड़की के मामले में चौंकाने वाला खुलासा यह हुआ है कि उसने लिव इन रिलेशनशिप में अपने प्रेमी के साथ रहने के बाद हाईकोर्ट में सुरक्षा की गुहार लगायी थी। हाईकोर्ट ने भी पुलिस-प्रशासन को निर्देश दिये थे कि उसे सुरक्षा उपलब्ध करवायी जाये, लेकिन ऐसा हुआ नहीं और लड़की को प्यार करने की सजा अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।
जानकारी के मुताबिक 16 फरवरी को जिस लड़की को मौत के घाट उतारा, उसकी पिता ने शादी की थी। पहले से ही एक दलित लड़के से प्रेम करने वाली लड़की को यह शादी मंजूर नहीं थी। दौसा की 19 वर्षीय युवती पिंकी सैनी रोशनलाल नाम के दलित युवक से प्यार करती थी और उससे शादी करना चाहती थी, मगर परिजनों ने 16 फरवरी को किसी और युवक के साथ जबरन उसकी शादी करवा दी।
जानकारी के मुताबिक शादी के तीन दिन बाद यानी 19 फरवरी को पिंकी सैनी अपने प्रेमी रोशनलाल के साथ घर से भाग गई। घर से भागने के बाद प्रेमी जोड़ा राजस्थान हाईकोर्ट में उपस्थित हुआ और पिंकी ने पति की बजाय प्रेमी रोशनलाल के साथ जाने इच्छा जताई तो पुलिस ने सुरक्षा की गुहार लगायी, जिसके बाद वह रोशन के साथ रहने लगी।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक एक मार्च को पिंकी के पिता शंकरलाल सैनी और कुछ अन्य लेाग रोशनलाल के घर आए और पिंकी को जबरन वहां से उठाकर ले गये। इसकी रिपोर्ट रोशननलाल ने उसी दिन पुलिस थाने में लिखवा दी थी, मगर दौसा पुलिस तीन दिन तक युवती की तलाश नहीं कर सकी। वहीं तीन फरवरी की रात को शंकरलाल ने गला दबाकर अपनी बेटी पिंकी की हत्या कर दी।
जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक बेटी को मौत के घाट उतारने के बाद पिता खुद 3 मार्च के तड़के तीन बजे खुद ही महिला पुलिस थाना पहुंच गये। उसने पुलिस को बताया कि उसने बेटी को खूब समझाया, मगर वह नहीं मानी तो उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।
इस मामले में डीएसपी दीपक शर्मा ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने आरोपी में पिता शंकरलाल, मां चमेली देवी, परिजन बाबूलाल सैनी, सुरेश सैनी, गुडडी देवी, सीता देवी, अनीता देवी व कैलाशी देवी सैनी समेत कई अन्य रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया है।