​Bihar News : ठेले पर बीमार पिता को लेकर घूमते मासूम बच्चे लगा रहे गुहार, 'बचा लीजिये हमारे पिता को'

बिहार में बीमार पिता को ठेले पर लादकर भटकते मासूमों का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल, इलाज के लिए लगा रहे गुहार....

Update: 2021-09-20 10:48 GMT

ठेले पर बीमार पिता को लेकर मदद की गुहार लगाते मासूम बच्चे, बिहार का यह वीडियो न सरकार को दिख रहा और न ही विपक्ष को (photo : NBT)

Bihar News, छपरा। छपरा (Chhapra) जिला से दिल को झकझोर देने वाला एक वीडियो (video) सामने आया है, जो सोशल मीडिया (social Media) पर वायरल हो रहा है। वीडियो छपरा जिला के मशरख थाना क्षेत्र का है, जिसमें दो नाबालिग बच्चे (Minor) अपने बिमार पिता को ठेले पर लादकर इलाज के लिए मदद की भीख मांग रहे हैं। जिस नाजुक उम्र में बच्चे किताब-कलम पकड़ते हैं, उस उम्र में ये दो भाई-बहन अपने पिता के इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को विवश हैं।

क्या है पूरा मामला

नवभारत टाइम्स में प्रकाशित एक खबर के मुतातिक छपरा स्थित मशरख थाना क्षेत्र के कोनहवा गांव निवासी सुनील महतो (Sunil Mahto) मजदूरी का काम करके अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे, लेकिन 6 महीने पहले कवलपुरा गांव में मकान का छज्जा तोड़ने के दौरान वे गिर गए, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आयी। हादसे के बाद से सुनील महतो लगातार बिस्तर पर हैं, चलने-फिरने समेत दिनचर्या के काम करने में भी असमर्थ हैं। एकमात्र कमाने वाले सुनील महतो के बिस्तर पकड़ते ही परिवार की रोजी—रोटी पर तो संकट आ ही गया और पैसे के अभाव में उनका इलाज भी नहीं हो पा रहा।

स्थानीय डॉक्टरों ने पटना में उपचार की दी सलाह

जानकारी के मुताबिक हादसे के बाद सुनील महतो को स्थानीय स्तर के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उनका प्रारंभिक उपचार हुआ। लेकिन रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट लगी होने के कारण वे उठने-बैठने में नाकाम हो गए। डॉक्टरों ने उन्हें राजधानी पटना में इलाज करवाने की सलाह दी।

सुनील अपने परिवार के एकमात्र कमाऊ सदस्य थे। हादसे के बाद परिवार पहले ही आर्थिक परेशानियों से जूझ रहा है। ऐसे में पटना के बड़े अस्पताल का खर्च उठाना एक मजदूर परिवार के लिए संभव नहीं है। मजबूर पिता की दयनीय हालत मासूम बच्चों से देखी नहीं गयी तो खुद ठेले पर पिता को लादकर बच्चे इलाज के लिए गुहार लगा रहे हैं। बच्चों का यही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

हादसे के बाद सुनील का प्रारंभिक इलाज जैसे-तैसे हो गया। सुनील के परिवार की असमर्थता देख कुछ दिन परिजनों ने भी मदद की, लेकिन इलाज के लिए लाखों के नाम पर सबने धीरे-धीरे किनारा कर लिया।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि ठेले पर पड़े पिता को लाचार देख लोगों का मन भी पसीजता है। लोग मदद करने के लिए आगे भी आते हैं, लेकिन मदद के लिए जुटाये महज कुछ रुपये सुनील के इलाज के लिए काफी नहीं है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो के बाद सुनील महतो के बच्चों के बुलंद हौसले को देखकर उन्हें देखने वाले लोग भी सराहना कर रहें है, लेकिन अफसोस की बात यह है कि बिहार में डबल इंजन की सरकार के बावजूद इन मासूमों पर किसी की भी नजर नहीं पड़ी है और न ही किसी स्थानीय नेता ने ही मदद का आश्वासन दिया है।

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