उन्नाव कांड की शिकार तीसरी दलित किशोरी की स्थिति में सुधार, वेंटिलेटर सपोर्ट से हटाया, मगर अभी बयान देने की हालत में नहीं
कानपुर। उन्नाव के बबुरहा गांव में बुधवार 17 फरवरी दो अन्य मृत नाबालिग लड़कियों के साथ बेसुध हालत में मिलीं 16 साल की लड़की की हालत में अब सुधार देखने को मिल रहा है। कानपुर के एक निजी अस्पताल में लड़की का इलाज चल रहा है, जहां उसे अब होश आ गया है और तबीयत भी धीरे-धीरे सुधर रही है।
डीआईजी प्रीतिंदर सिंह ने कहा, "उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट से हटा लिया गया है और रविवार 21 फरवरी को उन्होंने थोड़ा-बहुत खाना भी खाया।"
डीआईजी ने आगे कहा, "हालांकि लड़की अभी भी बयान देने के हालत में नहीं है। वह चिकित्सकों की निरंतर देखरेख में हैं और उन्हें हर आवश्यक चिकित्सकीय सुविधा दी जा रही है।"
पीड़िता सहित उसकी मृत दो बहनों को पानी के साथ कीटनाशक मिलाकर दिया गया था। फिलहाल अस्पताल में वह होश में है और नाम पुकारने पर अपनी प्रतिक्रिया दे रही हैं, तबीयत वगैरह के बारे में पूछे जाने पर सिर हिलाकर अपना जवाब भी दे रही हैं।
काकादेव के इंस्पेक्टर कुंज बिहारी मिश्रा ने कहा, "एक बार पूरी तरह से ठीक हो जाने के बाद ही मजिस्ट्रेट के सामने उनका बयान दर्ज किया जाएगा। लड़की के परिवार के सदस्यों को आईसीयू के ग्लास पार्टिशन से उसे देखने की इजाजत दी गई है।"
अस्पताल में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल की भारी तैनाती की गई है।