किसान आंदोलन में हर 16 घंटे में एक किसान की हो रही मौत, मोदी सरकार जवाब दे : राकेश टिकैत

किसान नेता राकेश टिकैट ने कहा है कि सरकार की यह जिम्मेवारी है कि वह आंदोलन में हर 16 घंटे में मर रहे एक किसान को लेकर जवाब दे...

Update: 2021-01-04 05:47 GMT

राकेश​ टिकैत ने भाजपा सरकार पर वोट घोटाले का आरोप लगाया। 

जनज्वार। आजाद भारत में अबतक के सबसे लंबे किसान आंदोलन का आज 40वां दिन है। किसानों और सरकार के बीच आज सातवें दौर की महत्वपूर्ण बैठक है और इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने सरकार से किसानों की हो रही मौत पर जवाब मांगा है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि आंदोलन के दौरान अबतक 60 किसानों की मौत हो चुकी है।

राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन के दौरान हर 16 घंटे में एक किसान की मौत हो रही है और यह सरकार की जिम्मेवारी है कि वह इस पर जवाब दे। राकेश टिकैट गाजीपुर बाॅर्डर पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। 

राकेश टिकैत ने उम्मीद जतायी कि सरकार हमारी बातें मान लें और अगर वह मांगें नहीं मानती है तो यह आंदोलन चलेगा। किसान मोदी सरकार के द्वारा मानसून सत्र में पारित कराए गए तीन कृषि कानूनों को रद्द करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य को वैधानिक मान्यता देने की मांग कर रहे हैं।

वहीं, किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के नेता सुखविंदर सिंह सभरा ने कहा कि अगर आज तीनों कानूनों को निरस्त करने की बात नहीं बनती और एमएसपी गारंटी कानून नहीं आता तो हमारे अगले कार्यक्रम पहले से ही तैयार हैं। छह जनवरी को ट्रैक्टरों से मार्च किया जाएगा, सात जनवरी को देश को जगाने की कवायद शुरू होगी। मालूम हो किसानों ने 13 जनवरी को कृषि कानून की काॅपियां जलाकर लोहड़ी मनाने का ऐलान किया है, जबकि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन वे ट्रैक्टर व ट्राली के जरिए किसान गणतंत्र परेड करते हुए दिल्ली की ओर कूच करेंगे।

उधर, किसानों के आंदोलन के मद्देनजर सिंघु बाॅर्डर पर सुरक्षा बल की तैनाती बढा दी गयी है। वहीं, गाजीपुर बाॅर्डर पर किसानों के विरोध प्रदर्शन के समर्थन में बौद्ध भिक्षु भी आए हैं। बौद्ध भिक्षुओं ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। एक बौद्ध भिक्षु ने कहा, हम लखनऊ से आए हैं। किसान सड़क पर हैं इसलिए हम मठों को छोड़ किसानों के साथ आए हैं। जब तक कानून वापस नहीं होंगे हम नहीं जाएंगे।


कृषि कानून के खिलाफ बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में किसानों का प्रदर्शन जारी है। फरीदकोट के जिला प्रधान बिंदर सिंह गोले वाला ने कहा कि आज की बैठक में तीन कानूनों को रद्द करने की बात होगी। उम्मीद है कि बैठक में कुछ हल निकलेगा, अगर नहीं निकला तो हमारा संघर्ष जारी रहेगा।


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