Aaj Ka Mausam : कड़कड़ाती ठण्ड से उत्तराखण्ड का जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त, येलो अलर्ट जारी

Aaj Ka Mausam : मौसम विभाग ने प्रदेश में 21 दिसंबर तक शीत लहर चलने की आशंका जताई है। इसको लेकर येलो अलर्ट भी जारी किया गया है....

Update: 2021-12-18 07:59 GMT

सलीम मलिक की रिपोर्ट

Aaj Ka Mausam : उत्तराखण्ड (Uttarakhand) में शुक्रवार से मध्यम गति से हुआ मौसम (Weather) बदलाव के दौर शनिवार आते-आते अपने चरम पर पहुंच गया। फिलहाल अगले तीन तक पूरा राज्य कड़कड़ाती ठंड व शीतलहर के प्रकोप को झेलता रहेगा। नैनीताल-मसूरी जैसे शहरों का तापमान माइनस 1 डिग्री पहुंच गया है। जबकि केदारनाथ में तापमान माइनस 15 डिग्री बना हुआ है।

बढ़ रही ठंड के चलते दिल्ली एनसीआर और उत्तर भारत के साथ ही हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड इस समय शीत लहर की चपेट में है। उत्तराखंड (Uttarakhand) में कई शहरों और स्थानों का न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) शून्य डिग्री सेंटीग्रेड से नीचे पहुंच गया है। इससे प्रदेश में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। ऊंचाई वाले बदरीनाथ (Badrinath), केदारनाथ (Kedarnath) समेत अन्य चोटियों में लगातार हिमपात हो रहा है। जबकि मैदान के इलाके में सर्द हवाएं लोगों की दुश्वारियां बढ़ा रही हैं। मसूरी-नैनीताल जैसे पर्यटन शहरों में तापमान माइनस एक डिग्री पर पहुंच गया है।

मौसम विभाग (IMD) ने प्रदेश में 21 दिसंबर तक शीत लहर चलने की आशंका जताई है। इसको लेकर येलो अलर्ट (Yellow Alert) भी जारी किया गया है। जारी एलर्ट में बच्चों और बुजुर्गों के प्रति विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है। ठंड से बचाव के लिए मोटे कपड़ों की एक परत के बजाय ढीली फिटिंग के हल्के वजन के गर्म कपड़े पहनने, सिर, गर्दन, हाथ व पैर की अंगुलियों को ढकने व देर रात व सुबह ड्राइविंग न करने की सलाह दी गयी है। मौसम विभाग का आकलन है कि पाला फसलों को अच्छा-खासा नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में किसानों से बचाव के उपाय करने की सलाह दी गई है।

राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक राज्य में 21 दिसंबर तक मौसम शुष्क रहेगा। इसके साथ ही कहीं कहीं शीत लहर की स्थिति रहने की संभावना है। राज्य में कहीं कहीं पाला पड़ने की भी संभावना है। ऐसे में पर्वतीय क्षेत्र में वाहनों को चलाने में सतर्कता बरतनी जरूरी है। अगले तीन दिन न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी। ऐसे में बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। न्यूनतम तापमान 10 डिग्री या उससे नीचे और अधिकतम तापमान दीर्घ अवधि के औसत तापमान से 4.5 डिग्री कम हो तो यह स्थिति शीतलहर की होती है। राज्य में कमोबेश हर जगह यही स्थिति बनी हुई है।

उत्तराखण्ड के प्रमुख शहरों का न्यूनतम तापमान इस तरह बना हुआ है। जिसमें देहरादून 5.2, नई टिहरी 1.4, मुक्तेश्वर 0.2, मसूरी (-1), नैनीताल (-1), केदारनाथ (-15), चमोली 0.0, पिथौरागढ़ (-1.0), अल्मोड़ा (-1.2), हल्द्वानी 4.0, बागेश्वर 2.7, चम्पावत (-1.2), लोहाघाट (-2.0), पंतनगर 4.0 डिग्री सेल्सियस है।

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