Adani-NDTV : NDTV भी बना अब नरेंद्र दामोदर दास टीवी - अडानी की हिस्सेदारी के बाद कांग्रेस प्रवक्ता गौरव बल्लभ ने ली चुटकी
Adani-NDTV : जिस चैनल को अब तक विपक्ष की आवाज और निष्पक्षता का प्रतीक लोग मानते रहे हैं, वही चैनल अब मोदी सरकार का गुणगान गाएगी....
Adani-NDTV : प्रधानमंत्री मोदी के बेहद करीबी मित्र माने जाने वाले उद्योगपति गौतम अडानी की कंपनी एएमजी मीडिया नेटवर्क लिमिटेड ने मीडिया हाउस एनडीटीवी में हिस्सेदारी खरीदने का ऐलान किया है। अडानी समूह एनडीटीवी यानी नई दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड में 29.18% हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी। वहीं, खुली पेशकश के जरिए एनडीटीवी में 26% हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी। इससे पहले ही एनडीटीवी की बड़ी हिस्सेदारी अंबानी के करीबी व्यापारी महेंद्र नाहटा की कंपनी विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड के हाथों बिक चुकी है।
इस खबर के निहितार्थ हैं कि अब एनडीटीवी के गले में भी गोदी मीडिया का पट्टा लटकाने का इंतजाम कर दिया गया है। जिस चैनल को अब तक विपक्ष की आवाज और निष्पक्षता का प्रतीक लोग मानते रहे हैं, वही चैनल अब मोदी सरकार का गुणगान गाएगी। ऐसी स्थिति में रवीश कुमार जैसे पत्रकार की विदाई तय मानी जा रही है। सोशल मीडिया पर लोग कमेंट कर रहे हैं कि चूंकि गोदी मीडिया में केवल सुधीर चौधरी की प्रजाति के पत्रकारों के लिए ही जगह बची रह गई है।
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव बल्लभ ने एनडीटीवी के अडानी के हाथों बिकने पर ट्वीट किया है, 'NDTV में हिस्सेदारी ख़रीदेगा अडानी ग़्रुप। चलो अब NDTV भी "नरेंद्र दामोदरदास टीवी" होने की राह पर।'
इस तरह अडानी समूह की कुल हिस्सेदारी 55 फीसदी से ज्यादा हो जाएगी और वह मीडिया कंपनी में मेजर स्टेकहोल्डर कहलाएगी। यह डील करीब 495 करोड़ रुपये में होने की उम्मीद है। इस बीच, एनडीटीवी के शेयर मंगलवार 23 अगस्त को 5 पर्सेंट की तेजी के साथ 376.55 रुपये पर बंद हुए हैं।
यह अधिग्रहण एएमजी मीडिया नेटवर्क्स लिमिटेड की पूर्ण सहयोगी इकाई विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड के जरिए किया जाएगा। एएमजी मीडिया नेटवर्क्स लिमिटेड पर अडानी एंटरप्राइजेज का मालिकाना हक है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अडानी ग्रुप ने आगे और हिस्सेदारी लेने के लिए ऑपन ऑफर भी पेश किया है।
इस मामले में जारी एक प्रेस रिलीज के मुताबिक विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड के पास आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड की 99.5% हिस्सेदारी खरीदने का अधिकार था। इसी अधिकार के तहत यह स्टेक लेने का फैसला किया है। बता दें कि आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड प्रमोटर ग्रुप कंपनी है। इसके पास एनडीटीवी की की 29.18% हिस्सेदारी थी। इसे ही अडानी ग्रुप खरीदेगा।
इस बारे में बताया गया है कि वीपीसीएल 26% से अधिक की हिस्सेदारी ले रही है, इसलिए सेबी के नियमों के मुताबिक उसे ओपन ऑफर लाना पड़ेगा। एएमएनएल के सीईओ संजय पुगलिया ने इस मामले में कहा है कि नए दौर की मीडिया प्लेटफॉर्म की राह में यह अधिग्रहण मील का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने कहा, "एएमएनएल भारतीय नागरिकों, उपभोक्ताओं और भारत में रुचि रखने वालों को सूचना और ज्ञान के साथ सशक्त बनाना चाहता है। समाचारों में अपनी अग्रणी स्थिति और शैलियों और भौगोलिक क्षेत्रों में अपनी मजबूत और विविध पहुंच के साथ, एनडीटीवी हमारे दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए सबसे उपयुक्त प्रसारण और डिजिटल प्लेटफॉर्म है। हम समाचार वितरण में एनडीटीवी के नेतृत्व को मजबूत करने के लिए तत्पर हैं।"
बता दें कि एनडीटीवी एक प्रमुख मीडिया हाउस है जो एनडीटीवी 24x7, एनडीटीवी इंडिया और एनडीटीवी प्रॉफिट नाम के तीन राष्ट्रीय चैनलों का संचालन करती है। बीते वित्तीय वर्ष में एनडीटीवी ने 421 करोड़ रुपये का राजस्व और वित्त वर्ष 22 में नगण्य ऋण के साथ 85 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है।