प्राइवेट स्कूलों के शिक्षक भुखमरी की हालत में, कहा- सरकार दे राहत राशि और माफ करे किराया

निजी शिक्षक कहते हैं 'सरकारी संस्थानों में तो इससे जुड़े लोगों को वेतन आदि सरकार दे रही है, पर निजी संस्थानों के संचालकों से लेकर इससे जुड़े कर्मियों के समक्ष भुखमरी की स्थिति होती जा रही है...

Update: 2020-08-26 06:40 GMT

बैठक कर प्राइवेट शिक्षकों ने समस्याओं पर किया विचार-विमर्श

जनज्वार ब्यूरो, पटना। कोरोना काल के लंबे लॉकडाउन ने कमोबेश हर वर्ग को प्रभावित किया है। बड़ी संख्या में लोगों की नौकरियां चलीं गईं। छोटे-मोटे उद्योग-धंधे बंद हो गए, दुकानें भी बंद हुईं, जिससे दिहाड़ी कामगारों की भी रोजी-रोटी चली गई।

हालांकि अब धीरे-धीरे अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की गई है और कई तरह के व्यावसायिक गतिविधियों की इजाजत दी गई है, जिससे लोगों को थोड़ी-बहुत राहत मिली है, पर शिक्षण संस्थानों को खोलने की इजाजत अभी भी नहीं मिली है।

शिक्षण संस्थान चलाने वाले चंदन कुमार ने कहा 'शिक्षण संस्थानों के लंबे समय से बंद होने के कारण इससे जुड़े लोगों के सामने भीषण संकट है। सरकारी संस्थानों में तो इससे जुड़े लोगों को वेतन आदि सरकार दे रही है, पर निजी संस्थानों के संचालकों से लेकर इससे जुड़े कर्मियों के समक्ष भुखमरी की स्थिति होती जा रही है।'

सारण जिला के अमनौर में कई प्रखंडों के निजी विद्यालयों और कोचिंग संस्थान चलाने वाले शिक्षकों ने बैठक की। प्राइवेट शिक्षक संघ के बैनर तले हुई इस बैठक में सरकार से शैक्षणिक संस्थानों को खोलने की इजाजत देने या फिर इससे जुड़े लोगों को हर माह सहायता राशि दिए जाने और संस्थानों के किराया और बिजली बिल माफ करने की मांग की गई।

यह बैठक माॅडल पब्लिक स्कूल, सोनहो के प्रांगण में हुई। बैठक में अमनौर, परसा, मकेर एवं तरैया प्रखण्ड के शैक्षणिक संस्थानों के संचालक उपस्थित थे। बैठक में सरकार के निजी शिक्षकों के प्रति संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए समस्याओं पर विचार-विमर्श किया गया। निजी शिक्षकगणों द्वारा सरकार से कई मांगें रखी गईं।

शिक्षक राहुल कुमार ने कहा 'निजी शिक्षकों को प्रत्येक महीने सहायता राशि, संस्थान का किराया माफ करने , बिजली बिल माफ करने, बोर्ड परीक्षा के पाठ्यक्रम को कम करना तथा परीक्षा की तिथि कम से कम तीन महीना आगे बढाई जाय।'

संघ के लोगों ने कहा कि मांग स्वीकार न करने पर धरना- प्रदर्शन एवं चुनाव बहिष्कार करने का फैसला लिया गया।

बैठक में पप्पू कुमार, राहुल कुमार, चंदन, कुंदन, अंकुश कुमार, धर्मेन्द्र कुमार , परवेज अली, अलाउद्दीन अहमद, उदय कुमार, मिथिलेश , चंद्रकेत , विजय ,सरिता सिंह, अमित , विनोद , नवीन पुरी , रत्नेश सहित दर्जनों निजी शिक्षक उपस्थित थें।

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