DMCH News: बिहार: DMCH की 73 एकड़ जमीन गायब, BJP सांसद गोपाल ठाकुर ने दिया ये बयान
DMCH News : बिहार सरकार ने डीएमसीएच की 200 एकड़ जमीन एम्स को देने की बात कही थी, जिसके बाद डीएमसीएच के पास मात्र 27 एकड़ जमीन बच गई, जिसके कारण डीएमसीएच व स्थानीय अंचल प्रशासन के पास 227 एकड़ जमीन होने की जानकारी उपलब्ध है...
DMCH News : दरभंगा मेडिकल एवं अस्पताल की 73 एकड़ जमीन गायब हो गई है। अस्पताल के लिए 100 साल पहले दरभंगा राज परिवार ने 300 एकड़ जमीन और 6 लाख रुपए दान में दिए थे। बता दें कि महाराज रामेश्वर सिंह ने इसकी स्थापना 1946 में टेंपल ऑफ मेडिकल लर्निंग नाम से की थी। बाद में दरभंगा राज के अंतिम महाराजा डॉ कामेश्वर सिंह ने इसे आगे बढ़ाया और दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नए रूप में आया।
डीएमसीएच के पास 227 एकड़ जमीन
केंद्र सरकार ने दरभंगा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना के लिए 15 सितंबर 2020 को स्वीकृति दी थी। बिहार सरकार ने डीएमसीएच की 200 एकड़ जमीन एम्स को देने की बात कही थी। जिसके बाद डीएमसीएच के पास मात्र 27 एकड़ जमीन बच गई। जिसके कारण डीएमसीएच व स्थानीय अंचल प्रशासन के पास 227 एकड़ जमीन होने की जानकारी उपलब्ध है।
दरभंगा मेडिकल कॉलेज की 73 एकड़ जमीन गायब!
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) February 5, 2022
करीब 100 साल पहले दरभंगा महाराज रामेश्वर सिंह ने DMCH के लिए 300 एकड़ जमीन दान दी थी. जबकि स्थानीय प्रशासन के मुताबिक DMCH के पास सिर्फ 227 एकड़ जमीन ही मौजूद है. बाकी जमीन कहाँ गई किसी को नहीं पता. BJP सांसद गोपाल जी ठाकुर को सुनिए... pic.twitter.com/ELk4oSw69Q
सचिवालय से मांगी गई जानकारी
बता दें कि बीते दिनों लोकसभा सचिवालय से इस संबंध में जानकारी मांगी गई थी। जिसका जवाब दरभंगा सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर को आया। इस जवाब में बताया गया था कि दरभंगा महाराज के तरफ से अस्पताल की स्थापना के लिए 300 एकड़ जमीन दी गई थी। जिसके बाद सांसद डॉ गोपाल जी ठाकुर सांसद ने दरभंगा के कमिश्नर व जिला अधिकारी से बात की और कोई 300 एकड़ जमीन की खोज कराने को कहा। जिसके बाद अब इस बात की खोज-खबर ली जा रही है कि 73 एकड़ जमीन कहां गई।
73 एकड़ जमीन का नहीं मिल रहा हिसाब
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर 2021 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एम्स के लिए चल रहे कार्यों की समीक्षा करने डीएमसीएच पहुंचे और उन्हें डीएमसीएच के स्वरूप को लेकर जानकारी मिली तो एम्स के लिए संस्कृत 200 एकड़ जमीन में से 50 एकड़ जमीन डीएमसीएच को देने की घोषणा की। इस तरह से कुल 150 एकड़ ऐम्स और डीएमसीएच को 77 एकड़ जमीन आवंटित होने के बाद भी 73 एकड़ जमीन का हिसाब नहीं मिल पा रहा है।