Hijab Controversy : हिजाब पहनकर क्लास रूम में छात्रा ने पढ़ी थी नमाज, 8 दिन बाद मांगी माफी

Hijab Controversy : जांच समिति के समक्ष छात्रा ने स्वीकार किया है कि उससे गलती हुई है, उसने लिखित रूप से कहा है कि अज्ञातवश उसने विश्वविद्यालय में धार्मिक गतिविधि की...

Update: 2022-04-03 08:10 GMT

हिजाब पहनकर क्लास रूम में छात्रा ने पड़ी थी नमाज, 8 दिन बाद मांगी माफी

Hijab Controversy : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सागर (Sagar) में हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय में एक छात्रा द्वारा हिजाब पहनकर नमाज पढ़ने के मामले में जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है। वायरल वीडियो के आधार पर पूरे मामले की जांच की गई और इस मामले में संबंधित छात्रों के बयान दर्ज किए गए। इस मामले में नमाज पढ़ने वाली छात्रा ने लिखित माफी मांगते हुए कहा है कि अब से वह विश्वविद्यालय परिसर में कभी भी धार्मिक गतिविधि नहीं करेगी।

यह है मामला

बता दें कि 25 मार्च 2022 को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था| इस वायरल वीडियो के सामने आने के बाद छात्र संगठनों ने विरोध दर्ज कराया था| वायरल वीडियो में एक छात्रा क्लास रूम में हिजाब पहनकर नमाज पढ़ती हुई दिख रही थी। इस वीडियो के सामने आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने 6 सदस्यों की एक कमेटी बनाई थी। इसके बाद उस कमेटी ने अपनी जांच की रिपोर्ट पेश की है।

छात्रा ने मांगी लिखित माफी

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जांच समिति के समक्ष छात्रा ने स्वीकार किया है कि उससे गलती हुई है| उसने लिखित रूप से कहा है कि अज्ञातवश उसने विश्वविद्यालय में धार्मिक गतिविधि की| आगे छात्रा ने कहा कि भविष्य में वह कभी किसी भी तरह की धार्मिक गतिविधि नहीं करेगी। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा है कि अगर वह भविष्य में इस तरह की गलती करती हुए पाई जाती है तो उसके खिलाफ नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।

छात्रा हर दिन क्लास में हिजाब पहनकर आती थी

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हिजाब पहनकर क्लास रूम में नमाज अदा करने वाली छात्रा डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में बीएससी b.Ed की फाइनल ईयर की स्टूडेंट है| वह हर दिन हिजाब और बुर्का पहनकर क्लास में आती है। बताया गया है कि वह मूल रूप से दमोह की रहने वाली है उसका वीडियो सामने आने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया था।

हिंदू जागरण मंच ने दर्ज कराई थी शिकायत

बता दें कि इस मामले के सामने आने के बाद हिंदू जागरण मंच ने वीडियो के आधार पर मामले की जांच करने के साथ शिकायत दर्ज कराई थी। वहीं इस मामले पर विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना था कि फिलहाल हमारे विद्यालय में कोई ड्रेस कोड लागू नहीं है। बावजूद इसके एक शिक्षण संस्थान में नैतिक ड्रेस पहन कर आना जरूरी है। फिलहाल इस वीडियो के आधार पर मामले की जांच की गई| जांच के दौरान छात्रा ने स्वीकार किया कि उससे यह अनजाने में गलती हुई है।

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